Edited By vasudha,Updated: 01 Mar, 2020 10:52 AM
सरकार ने दवाओं के मामले में चीन और दूसरे देशों पर निर्भरता कम करने के लिए कमर कसने का फैसला किया है। दरअसल चीन में कोरोना वायरस के कारण पैदा हुए हालात की वजह से सरकार को यह फैसला करना पड़ा है। हैल्थ वर्कर्ज और मैडीकल विशेषज्ञ एक अर्से से सरकार से...
बिजनेस डेस्क: सरकार ने दवाओं के मामले में चीन और दूसरे देशों पर निर्भरता कम करने के लिए कमर कसने का फैसला किया है। दरअसल चीन में कोरोना वायरस के कारण पैदा हुए हालात की वजह से सरकार को यह फैसला करना पड़ा है। हैल्थ वर्कर्ज और मैडीकल विशेषज्ञ एक अर्से से सरकार से चीन पर दवाओं के मामले में निर्भरता कम करने को कह रहे थे।
मौजूदा हालात के कारण चीन में दवाओं के उत्पादन पर असर पड़ गया है। इसके कारण भारत को वहां से कई जरूरी दवाएं नहीं मिल पा रही हैं। भारत फिलहाल पैरासीटामोल से लेकर कई अहम एंटी-बायोटिक्स तक के लिए चीन पर निर्भर है।
दवा कम्पनियों को कई सुविधाएं दी जाएंगी
सरकार ने फैसला किया है कि अब देश को जरूरी दवाओं के मामले में आत्मनिर्भर बनाया जाए। इस मामले में हाल ही में नीति आयोग, स्वास्थ्य मंत्रालय और कई विभागों की बैठक हुई। यह तय किया गया कि देश में नए फार्मा पाक्र्स बनाने के लिए दवा कम्पनियों को कई तरह की सुविधाएं और रियायतें दी जाएंगी। जरूरत पडऩे पर पर्यावरण से जुड़े नियमों में रियायत देने पर भी विचार किया गया। इसमें यह भी तय किया गया कि राज्यों से फार्मा पाक्र्स के लिए दवा कम्पनियों को जल्द से जल्द जमीन देने को कहा जाएगा।