Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Feb, 2018 10:27 AM
फंसे कर्ज (एन.पी.ए.)पर ज्यादा प्रावधान के कारण सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा का शुद्ध लाभ दिसम्बर में समाप्त तीसरी तिमाही में 55.77 प्रतिशत फिसलकर 1.11 अरब रुपए रह गया। पिछले साल की समान अवधि में इसका शुद्ध लाभ 2.52 अरब रुपए रहा था।
मुम्बई : फंसे कर्ज (एन.पी.ए.)पर ज्यादा प्रावधान के कारण सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा का शुद्ध लाभ दिसम्बर में समाप्त तीसरी तिमाही में 55.77 प्रतिशत फिसलकर 1.11 अरब रुपए रह गया। पिछले साल की समान अवधि में इसका शुद्ध लाभ 2.52 अरब रुपए रहा था। बैंंक ने एक बयान में यह जानकारी दी। बी.एस.ई. पर बैंक का शेयर 156 रुपए पर स्थिर बंद हुआ। इसकी शुद्ध ब्याज आय 40.15 प्रतिशत बढ़कर 43.94 अरब रुपए रही। अन्य आय घटकर 16.73 अरब रुपए रही, जो पिछले साल की समान अवधि में 17.74 अरब रुपए रही थी।
एन.पी.ए. के लिए इसका प्रावधान तेजी से बढ़कर 31.55 अरब रुपए पर पहुंच गया, जो पहले 16.37 अरब रुपए रहा था। क्रमिक आधार पर प्रावधान 18.47 अरब रुपए के मुकाबबले काफी बढ़ा। एन.पी.ए. के लिए प्रावधान कवरेज अनुपात दिसम्बर में 68.03 प्रतिशत रहा। बैंक का सकल एन.पी.ए. बढ़कर 11.31 प्रतिशत पर पहुंच गया।