Edited By jyoti choudhary,Updated: 31 Mar, 2018 03:22 PM
भारत से खरीदी हुई ज्वेलरी पर जी.एस.टी. रिफंड नहीं मिल रहा है। जिसकी वजह से विदेशी पर्यटक और एनआरआई यहां ज्वेलरी खरीदने से परहेज कर रहे हैं और इसका ज्वेलर्स के कारोबार पर खासा असर पड़ रहा है।
नई दिल्लीः भारत से खरीदी हुई ज्वेलरी पर जी.एस.टी. रिफंड नहीं मिल रहा है। जिसकी वजह से विदेशी पर्यटक और एनआरआई यहां ज्वेलरी खरीदने से परहेज कर रहे हैं और इसका ज्वेलर्स के कारोबार पर खासा असर पड़ रहा है।
विदेशी पर्यटक और एनआरआई यहां की पारंपरिक ज्वेलरी को खरीद कर ले जाते हैं लेकिन जी.एस.टी. रिफंड नहीं मिलने की वजह से विदेशी पर्यटक अब भारत में ज्वेलरी खरीदने से परहेज कर रहे हैं।
आई.जी.एस.टी. एक्ट 2017 के मुताबिक विदेशी पर्यटक या एन.आर.आई. भारत से जाते वक्त खरीदी हुई ज्वेलरी पर जी.एस.टी. रिफंड क्लेम कर सकते हैं। गोल्ड ज्वेलरी पर फिलहाल 3 फीसदी जी.एस.टी. लगता है लेकिन अभी तक सरकार रिफंड की प्रक्रिया लागू करने के लिए नियम लेकर नहीं आई है। इसकी वजह से विदेशी ग्राहकों को भारत में ज्वेलरी खरीदना महंगा पड़ रहा है।
जी.एस.टी. से पहले विदेशी पर्यटकों को भारत में गोल्ड ज्वेलरी खरीदना सस्ता पड़ता था लेकिन जी.एस.टी. लागू होने के बाद अब पर्यटक भारत के बजाय दुबई से ज्वेलरी खरीदना बेहतर समझ रहे हैं।