Edited By Supreet Kaur,Updated: 22 Oct, 2018 03:17 PM
आयकर विभाग ने वित्त वर्ष 2017-18 के आयकर आंकड़े जारी कर दिए हैं। विभाग की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, 1 करोड़ रुपए से अधिक की आमदनी दिखाने वाले टैक्सपेयर्स की संख्या पिछले 4 साल में 60 फीसदी बढ़कर 1.40 लाख हो गई है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट...
नई दिल्लीः आयकर विभाग ने वित्त वर्ष 2017-18 के आयकर आंकड़े जारी कर दिए हैं। विभाग की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, 1 करोड़ रुपए से अधिक की आमदनी दिखाने वाले टैक्सपेयर्स की संख्या पिछले 4 साल में 60 फीसदी बढ़कर 1.40 लाख हो गई है। सेट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (सीबीडीटी) ने यह भी कहा है कि इसी अवधि में इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करने वालों की संख्या में भी 80 फीसदी का इजाफा हुआ है।
करोड़पति टैक्सपेयर्स 60 फीसदी बढ़े
सीबीडीटी ने कहा - "एक करोड़ रुपए से अधिक की सालाना आय वाले कुल करदाताओं की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है।" आकलन वर्ष 2014-15 में एक करोड़ रुपए से अधिक की आय का खुलासा करने वाले करदाताओं की संख्या 88,649 थी। वहीं, 2017-18 में यह बढ़कर 1,40,139 हो गई। यह 60 फीसदी की वृद्धि है। इस दौरान एक करोड़ रुपए से अधिक की आय वाले व्यक्तिगत करदाताओं की संख्या 68 फीसदी बढ़कर 48,416 से 81,344 पर पहुंच गई।
रिटर्न फाइल करने वालों की संख्या बढ़ी
सीबीडीटी के चेयरमैन सुशील चंद्रा ने कहा कि यह आंकड़ा पिछले चार साल के दौरान कर विभाग द्वारा किए गए विधायी, सूचनाओं के प्रसार और प्रवर्तन/ अनुपालन के प्रयासों की वजह से हासिल हो पाया है। आंकड़ों के अनुसार, पिछले चार वित्त वर्षों में आयकर रिटर्न दाखिल करने वालों का आंकड़ा भी 80 फीसदी बढ़ा है। 2013-14 में यह 3.79 करोड़ था, जो 2017-18 में 6.85 करोड़ हो गया।