Edited By jyoti choudhary,Updated: 30 Jan, 2022 09:31 AM
कोविड-19 महामारी के कारण कार्यालय स्थलों की मांग कम होने से चालू वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही में मुंबई, चेन्नई, हैदराबाद और कोलकाता में कार्यालयों के औसत किराए में छह फीसदी तक की कमी आई है जबकि पुणे और दिल्ली-एनसीआर में औसत किराया
नई दिल्लीः कोविड-19 महामारी के कारण कार्यालय स्थलों की मांग कम होने से चालू वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही में मुंबई, चेन्नई, हैदराबाद और कोलकाता में कार्यालयों के औसत किराए में छह फीसदी तक की कमी आई है जबकि पुणे और दिल्ली-एनसीआर में औसत किराया स्थिर रहा है। संपत्ति परामर्शदाता कंपनी वेस्टियन ने अपने त्रैमासिक पत्र ‘कनेक्ट क्वार्टर4 2021’ में कहा कि बेंगलुरु में आईटी कंपनियों की ओर से मांग मजबूत रहने के कारण शहर में कार्यालय स्थलों के किराए में एक फीसदी की मामूली वृद्धि हुई।
सात शहरों में किराए में अक्टूबर-दिसंबर 2021 की तिमाही में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले कोई बड़ा बदलाव नहीं आया है। आंकड़ों के मुताबिक कोलकाता में भारित औसत किराया मूल्य पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले छह फीसदी गिरकर 45 रुपए प्रति वर्गफुट हो गया।
मुंबई में औसत मासिक किराया मूल्य 4 फीसदी गिरकर 120 रुपए प्रति वर्गफुट, चेन्नई में तीन फीसदी गिरकर 57 रुपए प्रति वर्गफुट, हैदराबाद में दो फीसदी की गिरावट के साथ 61 रुपए प्रति वर्गफुट हो गया। पुणे और दिल्ली-एनसीआर में यह क्रमश: 70 रुपए प्रति वर्गफुट और 65 रुपए प्रति वर्गफुट पर स्थिर बना हुआ है।