Edited By jyoti choudhary,Updated: 30 Jan, 2021 06:04 PM
आम बजट से पहले तेल कारोबारियों के सतर्कता बरतने से कारोबार सुस्त रहा, जिससे दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में शनिवार को लगभग सभी तेल-तिलहनों के भाव अपरिवर्तित बने रहे। तेल उद्योग के जानकार सूत्रों के अनुसार, कारोबारियों की अपेक्षा है
नई दिल्लीः आम बजट से पहले तेल कारोबारियों के सतर्कता बरतने से कारोबार सुस्त रहा, जिससे दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में शनिवार को लगभग सभी तेल-तिलहनों के भाव अपरिवर्तित बने रहे। तेल उद्योग के जानकार सूत्रों के अनुसार, कारोबारियों की अपेक्षा है कि केंद्रीय बजट में सरकार देश में तेल-तिलहन उत्पादन बढ़ाने की दिशा में अनुकूल प्रस्ताव लेकर आएगी ताकि तिलहन उत्पादन में देश सही मायने में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ सके। फिलहाल बजट प्रस्तावों से पहले कारोबारी गतिविधियां सुस्त हैं, जिससें कीमतें स्थिर रहीं।
बाजार सूत्रों ने कहा कि सरकार को किसानों को प्रोत्साहन देकर तिलहन उत्पादन को बढ़ाने की ओर ध्यान देते हुए बजटीय प्रस्ताव करने होंगे। उन्होंने कहा कि अभी हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र जैसे राज्यों में सूरजमुखी की बुवाई होनी है और इस दिशा में किसानों को सूरजमुखी की खेती करने को प्रोत्साहित करने के लिए मंडी में सूरजमुखी के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे चल रहे भाव की स्थिति को गंभीरता से लेना चाहिए और कुछ निदानात्मक उपाय करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लगभग 25 साल पहले देश में सूरजमुखी तेल का जरा भी आयात नहीं करना होता है जबकि मौजूदा समय में हम सालाना 20-25 लाख टन सूरजमुखी तेल का आयात करते हैं।