Edited By ,Updated: 04 Nov, 2016 04:28 PM
ओएनजीसी गैस विवाद में रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) को बड़ा झटका लगा है।
नई दिल्लीः ओएनजीसी गैस विवाद में रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) को बड़ा झटका लगा है। सरकार ने अपने स्वामित्व वाली कंपनी ओएनजीसी के ब्लॉक से गैस माइग्रेट होने के मामले में पेनल्टी के तौर पर आरआईएल से 1.5 अरब डॉलर (लगभग 10 हजार करोड़ रुपए) की डिमांड की है। ओएनजीसी का ब्लॉक आंध्र प्रदेश के कृष्णा गोदावरी बेसिन में स्थित है। इस खबर के बाद आरआईएल के स्टॉक में 1.5 फीसदी की गिरावट देखी गई।
L&T में सरकार ने 1.63% हिस्सा बेचा
सरकार ने एलएंडटी में स्पेसिफाइड अंडरटेकिंग ऑफ द यूटीआई (एस.यू.यू.टी.आई.) के जरिए जरिए रखी अपनी 1.63 फीसदी हिस्सेदारी बेच दी है। ऑफर फॉर सेल के जरिए सरकार ने 2100 करोड़ रुपए जुटाए हैं। एस.यू.यू.टी.आई. का गठन साल 2003 में किया गया था। फिलहाल एसयूयूटीआई के जरिए सरकार ने 51 कंपनियों में हिस्सेदारी ली है। इसमें से 43 कंपनियां लिस्टेड हैं। अंडरटेकिंग के जरिए सरकार की इन कंपनियों में छोटी हिस्सेदारी है।