Edited By vasudha,Updated: 18 Jan, 2020 04:17 PM
पिछले महीनों भारत में प्याज की भारी कमी और मूल्य वृद्धि के मद्देनजर हाहाकार मचा हुआ था तो भारत ने तुर्की, मिस्र और ईरान से भारी मात्रा का प्याज आयात किया था। मगर देशवासियों को इसका स्वाद पसंद न आने के कारण यह प्याज मोदी सरकार के लिए बोझ बन गया है और...
बिजनेस डेस्क: पिछले महीनों भारत में प्याज की भारी कमी और मूल्य वृद्धि के मद्देनजर हाहाकार मचा हुआ था तो भारत ने तुर्की, मिस्र और ईरान से भारी मात्रा का प्याज आयात किया था। मगर देशवासियों को इसका स्वाद पसंद न आने के कारण यह प्याज मोदी सरकार के लिए बोझ बन गया है और वह अब जल्द से जल्द इसको देश से निकालने की कोशिश कर रही है।
दरअसल मंडी में अचानक प्याज की खपत बढ़ने के कारण इसकी कीमतों में कमी आ गई है। ऐसे में आयात किए गए भारी भरकम स्टाक को खपाने के लिए सरकार 'no Profit No Loss' की तर्ज पर दूसरे देशों को बेचने की कोशिश कर रही है। खबरों की मानें तो अमेरिका ने आयात किया गया प्याज भारत से लेने से इंकार कर दिया है। अब मोदी सरकार मालदीव, नेपाल और श्रीलंका जैसे अन्य देशों से 'no Profit No Loss' के आधार पर प्याज बेचने की कोशिश कर रही है।
खबरों के अनुसार भारतीय मिशनों को निर्देश दिया गयाा है कि वह इन देशों से बातचीत कर भारत से प्याज खरीदने को कहे क्योंकि देसी प्याज का उत्पात बढ रहा है। खबरों में यह भी कहा गया कि स्टाक में 20 हजार टन से अधिक उत्पाद किया गया प्याज उपलब्ध है। प्याज के व्यापारियों के अनुसार आयात किए गए प्याज को कोई देश खरीद नहीं रहा है क्योंकि इसका स्वाद देश के प्याज से अलग है।