Edited By jyoti choudhary,Updated: 25 Sep, 2020 03:38 PM
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने बृहस्पतिवार को कहा कि प्याज निर्यात पर रोक लगाने से पहले जो निर्यात खेप सीमा शुल्क विभाग के हवाले कर दी गई थी उसे निर्यात के लिए जारी किया जा सकता है। एमईए के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि मंत्रालय
नई दिल्लीः विदेश मंत्रालय (एमईए) ने बृहस्पतिवार को कहा कि प्याज निर्यात पर रोक लगाने से पहले जो निर्यात खेप सीमा शुल्क विभाग के हवाले कर दी गई थी उसे निर्यात के लिए जारी किया जा सकता है। एमईए के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि मंत्रालय इस बात से अवगत है कि पड़ोस के कई देश भारत से बड़ी मात्रा में प्याज आयात करते हैं। ''हम सरकार में अन्य पक्षों के साथ इस बारे में विचार-विमर्श कर रहे हैं।''
उन्होंने ‘ऑनलाइन' संवाददाता सम्मेलन में कहा, ''मैं समझता हूं कि यह निर्णय किया गया है कि जो निर्यात खेप निर्यात रोक लगने से पहले सीमा शुल्क विभाग को सौंपी जा चुकी थी, उसे निर्यात के लिए जारी किया जा सकता है।'' उनसे यह पूछा गया था कि क्या नेपाल ने प्याज निर्यात पर रोक के संदर्भ में भारत से आग्रह किया है। प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इस संदर्भ में हमारे कुछ पड़ोसी देशों में गतिविधियां देखी गई हैं। हम लगातार स्थिति पर नजर रखेंगे।''
उल्लेखनीय है कि सरकार ने 14 सितंबर को प्याज की सभी किस्मों के निर्यात पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी थी। सरकार की इस पहल का मकसद घरेलू बाजारों में इस जरूरी जिंस की उपलब्धता बढ़ाना और कीमतों को काबू में करना था। भारत-नेपाल सीमा मुद्दे पर पूछे गए एक सवाल पर श्रीवास्तव ने कहा कि वह इस बारे में भारत की स्थिति कई बार स्पष्ट कर चुके हैं, उन्हें इस बारे में कुछ और नहीं कहना।