Edited By jyoti choudhary,Updated: 06 Dec, 2019 03:59 PM
पहले लोग प्याज काटते वक्त रोते थे लेकिन अब प्याज खरीदते वक्त भी लोगों के आंखों में आंसू देखे जा सकते हैं। प्याज की खुदरा कीमतें देश के कई शहरों में 100 रुपए किलो से पार जाकर 140 रुपए किलो तक पहुंच गयी हैं। यह जानकारी उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के...
नई दिल्लीः पहले लोग प्याज काटते वक्त रोते थे लेकिन अब प्याज खरीदते वक्त भी लोगों के आंखों में आंसू देखे जा सकते हैं। प्याज की खुदरा कीमतें देश के कई शहरों में 100 रुपए किलो से पार जाकर 140 रुपए किलो तक पहुंच गयी हैं। यह जानकारी उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आधिकारिक आंकड़ों में सामने आई है। पिछले कुछ हफ्तों से प्याज सब्जियों की रानी बनी बैठी है और उसके भाव आसमान छू रहे हैं। इसकी बड़ी वजह महाराष्ट्र समेत अन्य प्याज उत्पादक राज्यों में बेमौसम बारिश के बाद खरीफ की फसल का उत्पादन घटना है।
मंत्रालय के अनुसार शुक्रवार को दिल्ली में जहां प्याज की कीमत 100 रुपए किलो रही जबकि मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में इसके भाव 120 रुपए किलो तक पहुंच गए। दूसरे और तीसरे दर्जे के शहरों में भी प्याज के दाम ऊंचे बने रहे। आंकड़ों के अनुसार अधिकतर शहरों में जहां प्याज का औसत भाव 110 रुपए किलो है। वहीं पोर्टब्लेयर में इसका भाव 140 रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है।
कीमतों पर लगाम लगाने और देश में प्याज की आपूर्ति बढ़ाने के लिए सरकार ने 21,000 टन प्याज आयात का ठेका दिया है। यह ठेका सरकारी कंपनी एमएमटीसी को दिया गया है और आयातित प्याज की खेप जनवरी के मध्य तक आने की उम्मीद है। इसके अलावा सरकार ने प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। व्यापारियों के प्याज भंडारण की सीमा तय कर दी है। साथ ही अपने बफर स्टॉक से कम कीमतों पर आपूर्ति भी शुरू की है। व्यापारियों और विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक जनवरी में नई फसल का माल बाजार में आना शुरू नहीं होता तब तक प्याज के दाम सिर पर चढ़े रह सकते हैं।