Edited By ,Updated: 11 Apr, 2017 10:49 AM
हाल में समाप्त हुए वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान भारत का प्याज एक्सपोर्ट (निर्यात) लगभग तीन गुना रहने का अनुमान ....
नई दिल्ली: हाल में समाप्त हुए वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान भारत का प्याज एक्सपोर्ट (निर्यात) लगभग तीन गुना रहने का अनुमान जताया जा रहा है। घरेलू बिक्री की तुलना में विदेशी बाजार में ज्यादा आमदनी के कारण अधिकतम मात्रा को एक्सपोर्ट के लिए प्रोत्साहित करने के निर्णय से ऐसा हो रहा है। सरकारी स्वामित्व वाले कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद एक्सपोर्ट विकास प्राधिकरण (एपीडा) द्वारा एकत्रित किए गए आंकड़े दर्शाते हैं कि अप्रैल और दिसम्बर 2016 की अवधि के मध्य भारत का कुल प्याज एक्सपोर्ट 23.9 लाख टन रहा।
हॉर्टिकल्चर एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजीत शाह का मानना है कि इसके बाद हर महीने 1,50,000-2,00,000 टन एक्सपोर्ट किया गया। यह मानकर कि इसके अगले 3 महीने यानी जनवरी-मार्च 2017 के दौरान 2,00,000 टन की खेप प्रति माह भेजी गई है, भारत का कुल प्याज एक्सपोर्ट 2016-17 के लिए 30 लाख टन के लक्ष्य तक पहुंचने का अनुमान जताया जा रहा है जो अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है।
6 पर्सैंट कम रहेगा प्याज उत्पादन
फिलहाल भारत श्रीलंका, खाड़ी देशों और अन्य गंतव्यों को बड़ी मात्रा में प्याज एक्सपोर्ट करता है जो स्थानीय मंडियों की तुलना में ऊंची कीमत पर प्याज लेते हैं। हालांकि इस वर्ष घरेलू बाजार में प्रचलित कीमतों के रुख में मंदी की वजह से प्रति इकाई मूल्य में जबरदस्त रूप से गिरावट आई है। एपीडा के अनुसार चालू वर्ष में प्याज का प्रति इकाई मूल्य 14,109 रुपए बैठता है जो 4 वर्षों में सबसे कम और पिछले वर्ष के 22,691 रुपए प्रति टन की तुलना में करीब 36 पर्सैंट कम है। वहीं एक्सपोर्ट जून तक जारी रहेगा क्योंकि यमन से नई फसल वैश्विक बाजार में आने को तैयार है। कृषि मंत्रालय द्वारा जारी पहले अग्रिम अनुमान दर्शाते हैं कि भारत का प्याज उत्पादन इस वर्ष 6 पर्सैंट कम 1.97 करोड़ टन रहेगा।
भारत का प्याज एक्सपोर्ट
वित्त वर्ष |
मात्रा (लाख टन) |
मूल्य (करोड़ रुपए) |
प्रति इकाई मूल्य |
2010-11 |
13.4 |
2159 |
16,103 |
2011-12 |
15.5 |
2141 |
13,790 |
2012-13 |
18.2 |
2295 |
12,590 |
2013-14 |
13.6
|
2877 |
21,184 |
2014-15 |
10.9 |
2010 |
18,507 |
2015-16 |
11.1 |
2529 |
22,691 |
2016-17* |
30.0 |
... |
... |
स्रोत: डी.जी.सी.आई.एस. और नेफेड, *अनुमानित