Edited By jyoti choudhary,Updated: 06 Aug, 2018 06:46 PM
आज के दौर में किसी को भी ट्रेस करना या जासूसी करना बहुत आसान है। कई लोग इसका शिकार भी हुए हैं। ऐसे में स्मार्टफोन या इंटरनेट का उपयोग करते वक्त बेहद सावधानी बरतनी चाहिए।
नई दिल्लीः आज के दौर में किसी को भी ट्रेस करना या जासूसी करना बहुत आसान है। कई लोग इसका शिकार भी हुए हैं। ऐसे में स्मार्टफोन या इंटरनेट का उपयोग करते वक्त बेहद सावधानी बरतनी चाहिए। अगर आप सोशल मीडिया पर ज्यादा ऐक्टिव भी नहीं हैं तो सिर्फ वॉट्सऐप के जरिए भी आप इसका शिकार हो सकते हैं। ऐसे काम में माहिर लोग वॉट्सऐप पर सिर्फ एक फोटो के माध्यम से आपकी लोकेशन जान सकते हैं। इसके बाद आपको परेशान कर सकते हैं।
लिंक पर क्लिक करने से बड़ सकती है परेशानी
आपके पास किसी अनजान नंबर से वॉट्सऐप पर एक मेसेज आता है। मेसेज में कोई छोटा सा लिंक दिया हुआ होता है जो दिखने में बिल्कुल गूगल के लिंक जैसा होता है। भेजे गए मेसेज में सेंडर आपको उस लिंक पर क्लिक करने के लिए प्रेरित करेगा। आजकल मेसेज भेजने वाले नई सरकारी स्कीम्स या सिलेब्रिटी के नाम पर लोगों को क्लिक करने के लिए उकसाते हैं। इस पर क्लिक करने से यूजर को कोई भी फनी फोटो या फिर कोई भी न्यूज क्लिप दिखाई जाती है। ऐसे में कभी यूजर इस मेसेज को डिलीट कर देता है और कभी उसे नहीं करता। ऐसे में यूजर यह महसूस नहीं कर पाता है कि सिर्फ एक लिंक पर क्लिक करने से आपने स्टॉकर को अपने लोकेशन शेयर कर दी है।
कैसे बनाते हैं यूजर्स को अपना शिकार
आपको स्टॉक करने वाला शख्स मल्टिमीडिया फाइल का एक मास्कड लिंक बनाता है। यह लिंक IP लॉगर क्लाइंट के जरिए बनाया जाता है। इंटरनेट पर कई IP लॉगर वेबसाइट्स मौजूद हैं जो आप सिर्फ एक गूगल सर्च करके जान सकते हैं। लिंक बनाने के बाद स्टॉकर वह लिंक आपके वॉट्सऐप नंबर पर भेजता है। मेसेज भेजते वक्त वह ऐसेा कुछ लिखता है जिससे आप लिंक पर क्लिक करने के लिए उत्सुक हो जाते हैं। जैसे: चेक करें 10 साल बाद ऐसे दिखेंगे आप या फिर सरकार हर किसी को दे रही स्कॉलरशिप क्लिक कर जानें। जैसे ही आप उस लिंक पर क्लिक करते हैं। आपका IP अड्रेस उस स्टॉकर के पास पहुंच जाता है। इसके बाद स्टॉकर किसी IP ट्रैकर की सहायता से आपकी वास्तविक लोकेशन जान जाता है। अगर उसका मकसद आपको नुकसान पहुंचाना है या फिर फिरौती की मांग करना है तो ऐसी लोकेशन शेयर होना आपके लिए खतरनाक हो सकता है।