Edited By jyoti choudhary,Updated: 08 Mar, 2021 04:04 PM
सरकारी एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया खरीदने की रेस से एयर इंडिया के कर्मचारियों का कंसोर्शियम बाहर हो गया है। कर्मचारियों के समूह ने एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट जमा किया था लेकिन वह अगले चरण में जाने के लिए जगह नहीं बना पाई है।
बिजनेस डेस्कः सरकारी एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया खरीदने की रेस से एयर इंडिया के कर्मचारियों का कंसोर्शियम बाहर हो गया है। कर्मचारियों के समूह ने एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट जमा किया था लेकिन वह अगले चरण में जाने के लिए जगह नहीं बना पाई है। 8 मार्च को एयर इंडिया एंप्लॉयीज को भेजे एक लेटर में कंपनी के कमर्शियल डायरेक्टर मीनाक्षी मलिक ने कहा कि कंसोर्शियम शॉर्टलिस्ट नहीं हो पाई है। एयर इंडिया में हिस्सेदारी लेने की दौड़ में अब टाटा संस और स्पाइस जेट आमने सामने है।
मलिक एंप्लॉयी कंसोर्शियम को लीड कर रही थी। उन्होंने कहा, "पिछली रात को भारत सरकार के ट्रांजैक्शन एडवाइजर अर्नेस्ट एंड यंग LLP ने एक ईमेल के जरिए बताया कि हम डिसइनवेस्टमेंट एक्वाजिशन प्रोसेस में अगले चरण में नहीं जा पाए हैं।" मलिक ने लेटर में कहा है, "बहुत दुख के साथ मुझे यह बताना पड़ रहा है कि हम एयर इंडिया की बीडिंग प्रोसेस से बाहर हो चुके हैं। मैं बस इतना कह सकती हूं कि पिछले कुछ महीनों के दौरान हम सबने जो कोशिशें की थी वह सराहनीय है।"
इसके बाद मलिक ने E&Y के मेल का एक हिस्सा डाला है। इसके मुताबिक E&Y ने कहा है, "आपकी तरफ से जमा EOI और दूसरे डॉक्यूमेंट्स के आकलन के बाद हमने पाया कि एयर इंडिया के स्ट्रैटेजिक डिसइनवेस्टमेंट के प्रीलिमनरी इनफॉरमेशन मेमोरेंडम (PIM) की शर्तों को आप पूरा नहीं कर पाए हैं। इसलिए इसे आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है।"