Edited By ,Updated: 16 May, 2017 07:54 PM
केंद्र सरकार ने कालेधन के खिलाफ अभियान के तहत ऑपरेशन क्लीन मनी वैबसाइट लांच की है। यह वैबसाइट टैक्स चोरी करने वालों की पहचान करने में मदद करेगी।
नई दिल्लीः केंद्र सरकार ने कालेधन के खिलाफ अभियान के तहत ऑपरेशन क्लीन मनी वैबसाइट लांच की है। यह वैबसाइट टैक्स चोरी करने वालों की पहचान करने में मदद करेगी। सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज सी.बी.डी.टी. द्वारा तैयार की गई वैबसाइट उन लोगों की पहचान करेगी जिन्होंने बड़ी रकम बैंक में जमा की है या बड़ी खरीदारी की है जो उनकी उनकी इनकम के अनुरूप नहीं है। सरकार ने ऑपरेशन क्लीन मनी के फॉलोअप के बाद यह कदम उठाया है।
18 लाख संदिग्ध कैश ट्रांजैक्शन की हुई पहचान
नोट बंदी के बाद अब तक 18 लाख ऐसे लोगों की पहचान की गई है जिनका कैश ट्रांजैक्शन उनकी इनकम के हिसाब से मैच नहीं करता है।
अब बड़े ट्रांजैक्शन करने वाले 60 हजार लोगों की होगी जांच
ऑपरेशन क्लीन मनी के दूसरे चरण के तहत सरकार अब ऐसे लोगों पर फोकस कर रही है जिन्होंने बड़ी राशि के ट्रांजैक्शन किए हैं। सरकार ऐसे लोगों के बारे में जांच पड़ताल करेगी। डाटा एनालिटिक्स की बदौलत सरकार ने ऐसे 60 हजार लोगों की पहचान की है।
नोटबंदी के बाद जुड़े 91 लाख नए टैक्स पेयर्स
देश में नोटबंदी के बाद 16, 398 करोड़ रुपए की अघोषित आय की पहचान की गई है। सेट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज के चेयरमैन के मुताबिक नोटबंदी के बाद 91 लाख नए टैक्स पेयर्स जुड़े हैं। इस अवधि में 30 करोड़ से अधिक परमानेंट अकाउंट नंबर (पैन) आवंटित किए गए हैं।
नोटबंदी के बाद कैश से लेन देन हुआ कम
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि नोटबंदी के बाद डिजिटल ट्रांजैक्शन को गति मिली है। इसके साथ ही टैक्स का कलेक्शन बढ़ गया है। लोगों में कैश में लेन देन को लेकर डर पैदा हुआ है।