Edited By jyoti choudhary,Updated: 11 Jun, 2018 03:53 PM
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की रुचि अभी भी भारतीय पूंजी बाजार में बनी हुई है। सेबी के पास वित्त वर्ष 2017-18 में 1,300 से अधिक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने पंजीकरण कराया है।
नई दिल्लीः विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की रुचि अभी भी भारतीय पूंजी बाजार में बनी हुई है। सेबी के पास वित्त वर्ष 2017-18 में 1,300 से अधिक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने पंजीकरण कराया है। सेबी के आंकड़ों से यह जानकारी हुई। इसकी तुलना में 2016-17 में 3,500 के आसपास नए एफपीआई सेबी के पास पंजीकृत हुए थे।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के आंकड़ों के मुताबिक, इस वर्ष मार्च अंत तक एफपीआई की संख्या 9,136 हो गई है, जो कि एक वर्ष पहले 7,807 थी। इस वित्त वर्ष में सेबी के पास कुल 1,329 नए एफपीआई ने पंजीकरण कराया। बाजार विश्लेषकों के अनुसार, एफपीआई पंजीकरण में वृद्धि का प्रमुख कारण निवेशकों का भारतीय शेयर बाजार और बॉन्ड बाजार में जारी रुचि रही। उन्होंने कहा कि सेबी द्वारा किए गए उपायों ने भारतीय बाजार को आकर्षक बनाया है। इसके अलावा, समीक्षाधीन अवधि में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने भारतीय इक्विटी में 25,000 करोड़ से अधिक का निवेश किया जबकि ऋण बाजारों में 1.2 लाख करोड़ रुपए डाले।