Edited By Pardeep,Updated: 16 Jul, 2018 05:12 AM
घोटाले से प्रभावित पंजाब नैशनल बैंक (पी.एन.बी.) ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 7700 करोड़ रुपए से अधिक फंसे कर्ज की वसूली की। यह आंकड़ा पूरे वित्त वर्ष 2017-18 में वसूली गई राशि से अधिक है। यह बैंक की स्थिति पटरी पर आने का संकेत है। पी.एन.बी....
नई दिल्ली: घोटाले से प्रभावित पंजाब नैशनल बैंक (पी.एन.बी.) ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 7700 करोड़ रुपए से अधिक फंसे कर्ज की वसूली की। यह आंकड़ा पूरे वित्त वर्ष 2017-18 में वसूली गई राशि से अधिक है। यह बैंक की स्थिति पटरी पर आने का संकेत है। पी.एन.बी. के एक शीर्ष अधिकारी ने यह बात कही। अधिकारी ने कहा कि ऋण शोधन एवं दिवाला संहिता (आई.बी.सी.) समाधान प्रक्रिया से पंजाब नैशनल बैंक को काफी लाभ हुआ।
बैंक जौहरी नीरव मोदी और उसके सहयोगियों द्वारा कथित रूप से 2 अरब डालर की धोखाधड़ी का शिकार है। पी.एन.बी. के प्रबंध निदेशक सुनील मेहता ने कहा कि पहली तिमाही में 2-3 बड़े खातों का समाधान किया गया है। इसके परिणामस्वरूप बैंक को केवल समाधान प्रक्रिया के जरिए 3000 करोड़ रुपए से अधिक मिले हैं। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 2 बड़े खातों भूषण स्टील तथा इलैक्ट्रोस्टील का आई.बी.सी. प्रक्रिया के जरिए समाधान किया गया।