Edited By jyoti choudhary,Updated: 09 Mar, 2021 06:17 PM
पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस और दालों के बाद खाद्य तेल घरेलू बजट बिगाड़ने जा रहा है। कच्चे पाम तेल (सीपीओ) का भाव सोमवार को रिकॉर्ड 1105 रुपए प्रति 10 किलो के स्तर पर पहुंच गए, जो इसका 10 साल का सबसे ऊंचा स्तर है। विशेषज्ञों का कहना है
बिजनेस डेस्कः पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस और दालों के बाद खाद्य तेल घरेलू बजट बिगाड़ने जा रहा है। कच्चे पाम तेल (सीपीओ) का भाव सोमवार को रिकॉर्ड 1105 रुपए प्रति 10 किलो के स्तर पर पहुंच गए, जो इसका 10 साल का सबसे ऊंचा स्तर है। विशेषज्ञों का कहना है कि इसके चलते अन्य सभी खाद्य तेलों का कीमतें भी बढ़ जाएंगी यानि ग्राहकों को और जेब ढीली करनी होगी। हालांकि इससे किसानों को फायदा होगा। तिलहन के भाव पहले से एमएसपी से ऊपर आ गए हैं।
मलेशिया में सीपीओ 3914 रिंगिट (करीब 70,000 रुपए) प्रति टन हो गया है। भारत आने तक इसकी लागत 1100 रुपए प्रति 10 किलो ऊपर बैठ रही है। यह फरवरी 2011 के बाद अब तक का सबसे ऊंचा भाव है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में आपूर्ती घटने के बीच रुपए की विनिमय दर कम हो कर 73 प्रति यूएस डॉलर के नीचे आ गई, जिसके चलते सभी चीजों का आयात महंगा हो गया।