Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Aug, 2017 07:56 PM
केंद्रीय कैबिनेट में रक्षा और शहरी विकास मंत्रालय जैसे बड़े विभागों के लिए योग्य मंत्री ढूंढने की चुनौती...
नई दिल्लीः केंद्रीय कैबिनेट में रक्षा और शहरी विकास मंत्रालय जैसे बड़े विभागों के लिए योग्य मंत्री ढूंढने की चुनौती का समाना कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए एक और बड़ी चुनौती पैदा हो गई है। यह चुनौती नीति आयोग के उप चैयरमैन अरविंद पनगढ़िया के इस्तीफे के बाद पैदा हुई है। नीति आयोग सरकार की सबसे बड़ी संस्था है और देश भर में सरकार के तमाम बड़े विकास कार्यों की रुप रेखा तैयार करने का काम नीति आयोग ही करता है। इसके उप चेयरमैन के इस्तीफे के बाद प्रधानमंत्री को इस पद के लिए योग्य व्यक्ति की खोज करनी होगी।
क्यों बड़ी है चुनौती
मई 2014 में सत्ता में आई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को तीन साल 2 महीने का वक्त पूरा हो चुका है और सरकार के पास अपने वादे पूरे करने के लिए महज 22 महीने का समय बचा है। सरकार के अधिकतर काम नीति आयोग के माध्यम से ही होते हैं। पनगढ़िया के अपने पद से इस्तीफे से एक बड़ा झटका इसलिए भी माना जा रहा है क्योंकि वह इकोनमी की अच्छी समझ रखते हैं और उन्हें सरकार द्वारा चलाई गई योजना की मौजूदा स्थिति का बहुत अच्छे से अंदाजा है। इस पद पर आने वाला कोई भी नया व्यक्ति उस तरीके से उन योजनाओं को नहीं समझ पाएगा जिस तरीके से पनगढ़िया समझ सकते हैं।