Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Dec, 2017 01:21 PM
उपभोक्ता वस्तुओं के साथ बाजार में हलचल मचा देने वाली योग गुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि अब सोलर पावर कारोबार में कदम रखने जा रही है। पतंजलि आयुर्वेद के प्रबंध निदेशक आचार्य बालकृष्ण के अनुसार सोलर पावर क्षेत्र में उतरना स्वदेशी आंदोलन के साथ कदम...
नई दिल्लीः उपभोक्ता वस्तुओं के साथ बाजार में हलचल मचा देने वाली योग गुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि अब सोलर पावर कारोबार में कदम रखने जा रही है। पतंजलि आयुर्वेद के प्रबंध निदेशक आचार्य बालकृष्ण के अनुसार सोलर पावर क्षेत्र में उतरना स्वदेशी आंदोलन के साथ कदम मिलाना है। हमारे इस कदम से भारत में प्रत्येक घर में बिजली की आपूर्ति हो सकेगी।
बहुराष्ट्रीय कंपनियों के साथ कड़ा मुकाबला
सौर उपकरणों के कारोबार में प्रवेश करना पतंजलि का पहला उद्यम होगा और यह इस समय में होगा जब पतंजलि को उपभोक्ता वस्तुओं के बाजार में बड़ी सफलता हासिल हुई है। पतंजलि का पहले ही उपभोक्ता वस्तुओं के मामले में बहुराष्ट्रीय कंपनियों के साथ कड़ा मुकाबला है। पिछले साल पतंजलि का राजस्व पांच गुना बढ़कर 10,561 करोड़ रुपए हो गया जबकि 2014-2015 में यह 2006 करोड़ रुपए था। कंपनी का उद्देश्य मार्च 2018 तक बिक्री में 20,000 से 25,000 करोड़ रुपए का आंकड़ा पार करना है।
कंपनी करेगी 100 करोड़ रुपए का निवेश
जानकारी के मुताबिक सरकार नई सौर विनिर्माण नीति के तहत 30 प्रतिशत पूंजीगत सब्सिडी पर भी विचार कर रही है, जो सोलर इंडस्ट्री के लिए वरदान साबित होगी। इस साल की शुरुआत में पतंजलि ने एडवांस नेविगेशन एंड सोलर टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड का अधिग्रहण किया, जो नेविगेशन सहायता उपकरण बनाती है। वर्तमान में अधिग्रहित कंपनी में 120 मेगावाट के विनिर्माण की क्षमता है। पतंजलि सौर उपकरण निर्माण में करीब 100 करोड़ रुपए का निवेश करने की योजना बना रही है। ग्रेटर नोएडा में इसकी फैक्ट्री के अगले कुछ महीनों में पूरी तरह चालू होने की उम्मीद है।