Edited By Supreet Kaur,Updated: 16 May, 2018 02:54 PM
दुनिया के दो सबसे बड़े स्मार्टफोन निर्माता सैमसंग और एेपल के बीच पेटेंट उल्लंघन को लेकर अमेरिका में सात साल से चल रही लड़ाई एक बार फिर तेज हो गई है। एेपल इस विवाद के चलते सैमसंग से 1 अरब डॉलर की मांग कर रहा है।
नई दिल्लीः दुनिया के दो सबसे बड़े स्मार्टफोन निर्माता सैमसंग और एेपल के बीच पेटेंट उल्लंघन को लेकर अमेरिका में सात साल से चल रही लड़ाई एक बार फिर तेज हो गई है। एेपल इस विवाद के चलते सैमसंग से 1 अरब डॉलर की मांग कर रहा है।
क्या है मामला
कैलिफोर्निया के सैन जोस में दाखिल पेटेंट मुकदमे पर चल रही सुनवाई में न्यायाधीश लुसी कोह के सामने बेंच ने बताया कि सैमसंग ने एेपल के तीन डिजाइन पेटेंट और दो उपयोगिता पेटेंट का उल्लंघन किया था। उधर एेपल के वकील बिल ली ने कहा कि उनका एकमात्र मकसद है कि एेपल को ज्यादा से ज्यादा मुआवजा दिला सकें। अब बेंच का मुख्य सवाल यह है कि क्या सैमसंग को पूरे डिवाइस या केवल उन घटकों पर नुकसान का भुगतान करना होगा जिनका उल्लंघन किया गया था? हालांकि सैमसंग ने बेंच से गुहार लगाई है कि मुआवजे की राशि 2.8 करोड़ डॉलर तक सीमित रखी जाए। ली ने कहा कि सैमसंग ने एेपल के तीन डिज़ाइन पेटेंट का उल्लंघन करने वाले लाखों फोनों से 3.3 अरब डॉलर का राजस्व और 1 अरब डॉलर का लाभ कमाया।
7 साल पुरानी लड़ाई
जानकारी के मुताबिक दोनों प्रौद्योगिकी दिग्गजों के बीच की लड़ाई 2011 की है, जब एेपल ने सैमसंग पर मुकदमा किया था। इसके बाद सैमसंग ने एेपल के खिलाफ उसी साल जवाबी मुकदमा दायर किया था। सैमसंग साल 2012 में यह मुकदमा हार गई थी और उसे एेपल के मोबाइल डिवाइस से संबधित डिजायन पेटेंट के उल्लंघन के हर्जाने के रूप में 1 अरब डॉलर का भुगतान करने को कहा गया। एेपल का कहना है कि भुगतान की राशि आईफोन के पूर्ण मूल्य पर आधारित होनी चाहिए।