Edited By Isha,Updated: 01 Dec, 2018 12:43 PM
पवन हंस के कर्मचारियों ने शुक्रवार को सरकार से आग्रह किया कि लाभ में चल रही कंपनी का निजीकरण करने से पहले कर्मचारियों से जुड़े सभी मुद्दों और सामाजिक सुरक्षा मुद्दों का समाधान किया जाये। उन्होंने नागर
मुंबईः पवन हंस के कर्मचारियों ने शुक्रवार को सरकार से आग्रह किया कि लाभ में चल रही कंपनी का निजीकरण करने से पहले कर्मचारियों से जुड़े सभी मुद्दों और सामाजिक सुरक्षा मुद्दों का समाधान किया जाये। उन्होंने नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु के साथ तत्काल बैठक की भी मांग की है।
निजीकरण की प्रक्रिया पर उठे सवाल
निजीकरण की पूरी प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए फोरम ने कहा कि केंद्र की मौजूदा नरेंद्र मोदी सरकार अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले पवनहंस हेलीकॉप्टर की अपनी विनिवेश योजनाओं को आगे बढ़ाना चाहती है। पवन हंस संयुक्त कर्मचारी फोरम (पीएचजेईएफ) ने बृहस्पतिवार को प्रभु को लिखे पत्र में कहा, यह संयुक्त फोरम कर्मचारियों की तरफ से आपसे अनुरोध कर रही है कि कंपनी की बिक्री खरीद समझौते/अनुरोध प्रस्ताव के मसौदे को अंतिम रूप देने से पहले कर्मचारियों की चिंताओं के समाधान के लिए मुलाकात का समय दें।
फोरम में पवन हंस ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसिएशन और उसके अन्य कर्मचारी संघ और अखिल भारतीय विमानन कर्मचारी संघ शामिल हैं। पवन हंस में नागर विमानन मंत्रालय के माध्यम से सरकार की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है जबकि शेयर 49 प्रतिशत हिस्सेदारी ओएनजीसी की है।