Edited By jyoti choudhary,Updated: 06 Jan, 2019 12:39 PM
डिश और केबल टीवी के उपभोक्ताओं को कई बार उन चैनलों के लिए भी भुगतान करना पड़ता है, जिन्हें वह कभी नहीं देखते। इसकी वजह यह होती है कि वे एक पैक का हिस्सा होते हैं लेकिन अब एक फरवरी से इसमें बदलाव होने वाला है।
नई दिल्लीः डिश और केबल टीवी के उपभोक्ताओं को कई बार उन चैनलों के लिए भी भुगतान करना पड़ता है, जिन्हें वह कभी नहीं देखते। इसकी वजह यह होती है कि वे एक पैक का हिस्सा होते हैं लेकिन अब एक फरवरी से इसमें बदलाव होने वाला है। इस चेंज की डेडलाइन पहले 29 दिसंबर थी लेकिन कंपनियां इसमें सफल नहीं रहीं और ट्राई ने अब 1 फरवरी की तारीख तय की है।
टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने अब नई प्राइसिंग और चैनल सेलेक्शन सिस्टम के लिए सैटलाइट और केबल टीवी ऑपरेटर्स को 31 जनवरी तक का वक्त दिया है। नए सिस्टम के तहत दर्शकों को कोई पैक के लिए रकम चुकाने की बजाय चुनिंदा चैनलों के लिए भुगतान करना होगा। इससे उनके पास अपने मनपसंद चैनल चुनने का विकल्प होगा।
अब भी पैक पर ऑफर तो जारी रहेंगे लेकिन ग्राहकों को सिर्फ पैक में दिए गए चैनलों के भुगतान के लिए बाध्य नहीं किया जा सकेगा। कागजों पर तो अब भी ग्राहकों के पास कोई एक चैनल चुनने का भी विकल्प है लेकिन सर्विस प्रवाइडर्स चैनल्स को बंडल कर देते हैं।
एक चैनल के लिए अधिकतम 19 रुपए कीमत
यही नहीं ट्राई ने चैनलों की कीमतें भी तय कर दी हैं। किसी भी एक चैनल के लिए दर्शकों को अधिकतम 19 रुपए तक ही चुकाने होंगे। दिसंबर में ब्रॉडकास्टर्स की ओर से ट्राई को सौंपी गई प्रस्तावित कीमतों में चैनलों के दाम मौजूदा रेट से 4 से 5 गुना तक कम हैं। फिलहाल प्रति चैनल की कीमत 60 रुपए प्रति महीना तक है, ऐसे में ग्राहकों को पैक लेना ही मुफीद लगता है।