Edited By ,Updated: 09 Nov, 2016 04:27 PM
मंगलवार रात 12 बजे के बाद से 500 और 1000 रुपए के नोट ''कागज का टुकड़ा'' बनकर रह गए हैं। नोटों के बंद होने का फायदा ऑनलाइन शॉपिंग वैबसाइट्स, मोबाइल एप्प
नई दिल्लीः मंगलवार रात 12 बजे के बाद से 500 और 1000 रुपए के नोट 'कागज का टुकड़ा' बनकर रह गए हैं। नोटों के बंद होने का फायदा ऑनलाइन शॉपिंग वैबसाइट्स, मोबाइल एप्प आधारित उन कंपनियों को मिल रहा है, जो पेमेंट और वॉलिट सुविधा देती हैं। फ्लिपकार्ट, अमेजॉन जैसी लीडिंग ऑनलाइन शॉपिंग वैबसाइट्स ने कैश ऑन डिलिवरी की सुविधा फिलहाल खत्म कर दी है। फ्लिपकार्ट यूजर्स 2000 रुपए से ज्यादा के ऑर्डर्स पर कैश ऑन डिलिवरी का फायदा नहीं उठा पाएंगे।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री ने मंगलवार की शाम 500 और 1000 रुपए के नोट को बंद कर सबको चौंका दिया। हालांकि, नोट बंद करने का फैसला रातों-रात नहीं हुआ, बल्कि यह योजना 6 महीने पहले बननी शुरू हुई थी। खबर है कि फ्रीचार्ज को ही आम दिनों से कई गुना ज्यादा लोगों ने इस्तेमाल किया है।
पेटीएम, ऑक्सिजन, मोबीक्विक जैसी दूसरी कंपनियां इसका भरपूर फायदा उठा रही हैं। सरकार की ओर से 500 और 1000 के नोट बंद करने की घोषणा होने के कुछ देर बाद ही पेटीएम ने ग्राहकों को नोटिफिकेशन भेजना शुरू कर दिया था कि वे परेशान होने के बजाय पेटीएम वॉलिट का इस्तेमाल करें और 500-1000 के नोटों की मुश्किल से छुटकारा पाएं।