Edited By jyoti choudhary,Updated: 10 Sep, 2019 11:43 AM
ई-वॉलेट सर्विस देने वाली कंपनी पेटीएम के फाउंडर विजय शेयर शर्मा प्राइवेट बैंक यस बैंक में बड़ी हिस्सेदारी खरीदने की तैयारी में है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यस बैंक के फाउंडर राणा कपूर अपनी और फैमली की 9.64 फीसदी हिस्सेदारी को 2000 करोड़ रुपए में...
बिजनेस डेस्कः ई-वॉलेट सर्विस देने वाली कंपनी पेटीएम के फाउंडर विजय शेयर शर्मा प्राइवेट बैंक यस बैंक में बड़ी हिस्सेदारी खरीदने की तैयारी में है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यस बैंक के फाउंडर राणा कपूर अपनी और फैमली की 9.64 फीसदी हिस्सेदारी को 2000 करोड़ रुपए में बेच सकते है। आपको बता दें कि राणा कपूर ने अपने चचेरे भाई दिवंगत अशोक कपूर के साथ मिलकर बैंक की स्थापना की थी। अशोक कपूर की 26/11 आंतकी हमले में ट्राइडेंट होटल में मौत हो गई थी। जिसके बाद राणा कपूर और अशोक कपूर के उत्तराधिकारियों के बीच विवाद शुरू हो गया था। प्रमोटर्स के इन दोनों समूहों की बैंक में कुल मिलाकर करीब 20 फीसदी हिस्सेदारी है।
इस साल की शुरुआत में राणा कपूर ने दिया था इस्तीफा
राणा कपूर लंबे समय तक यस बैंक का नेतृत्व करने के बाद 31 जनवरी 2019 को इसके प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) पद से हट गए थे। रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सितंबर 2018 में राणा कपूर से 31 जनवरी 2019 तक यह पद छोड़ने का निर्देश दिया था।
विजय शेयर शर्मा खरीद सकते हैं हिस्सेदारी
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पेटीएम के सीईओ विजय शेखर शर्मा 1800-2000 रुपए में 9.64 फीसदी हिस्सेदारी खरीद सकते है। आपको बता दें कि राणा कूपर और उनके फैमली की कुल हिस्सेदारी 9.64 फीसदी शेयर में 60 फीसदी रिलायंस निप्पोन एसेट मैनेजमेंट के पास गिरवी रखे है।
Paytm को 4217 करोड़ का भारी घाटा
आपको बतां दे कि Paytm की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस को 31 मार्च को खत्म पिछले वित्त वर्ष में भारी घाटा हुआ है। कंसोलिडेटेड आधार पर कंपनी को 4,217 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ है। इसमें पेटीएम मनी, पेटीएम फाइनेंशियल सर्विसेज, पेटीएम एंटरटेनमेंट सर्विसेज आदि के कारोबार शामिल हैं।
कंपनी की सालाना रिपोर्ट के अनुसार इसके एक साल पहले उसे 1,604.34 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था यानी एक साल के भीतर कंपनी का घाटा बढ़कर दोगुने से ज्यादा पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष में वन97 कम्युनिकेशंस को अकेले 3,959.6 करोड रुपए का घाटा हुआ है, जबकि इसके एक साल पहले कंपनी को सिर्फ 1,490 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था।