Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Oct, 2017 06:26 PM
मोबाइल वॉलेट प्रवाइडर पेटीएम का इस्तेमाल ज्यादातर नौजवान पीढ़ी के लोग करते हैं। इसी को ध्यान में...
नई दिल्लीः मोबाइल वॉलेट प्रवाइडर पेटीएम का इस्तेमाल ज्यादातर नौजवान पीढ़ी के लोग करते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए कंपनी 10,000 अस्थायी वर्कर्स को हायर करने की योजना बना रही है। इनसे कंपनी के यूजर्स को नो योर कस्टमर नॉर्म्स पूरा करने में आसानी होगी। पेमेंट कंपनी ने तीन साल में 50 करोड़ फुल केवाईसी कस्टमर्स का टारगेट तय किया है।
और 10 हजार एजेंट किए जाएंगे हायर
मोबाइल वॉलेट्स के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की हालिया गाइडलाइंस की वजह से स्टैंडअलोन मोबाइल वॉलेट्स को केवाईसी के सख्त नॉर्म्स और अडिशनल रेग्युलेटरी रिक्वायरमेंट का पालन करना होगा जिससे उनकी स्थिति कमजोर हो जाएगी। बता दें कि रिजर्व बैंक ने पिछले हफ्ते ही मोबाइल वॉलेट यूजर्स के लिए फुल केवाईसी नॉर्म्स जरूरी बना दिया था। पेटीएम पेमेंट्स बैंक की चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर रेणु सत्ती ने कहा, 'हमारे पास पहले से ही 10,000 एजेंट हैं, जो केवाईसी नॉर्म्स पूरा करने में कस्टमर्स की मदद कर रहे हैं। फिजिकल केवाईसी की क्षमता बढ़ाने के लिए हमने दो महीनों में 10,000 और एजेंट्स हायर करने का प्लान बनाया है। हम एक लाख बैंकिंग आउटलेट्स भी खोलेंगे जहां कस्टमर्स बायोमीट्रिक ऑथेंटिकेशन करा सकेंगे और दूसरी बैंकिंग फसिलटी हासिल कर सकेंगे।'
मिलेगा 4 फीसदी ब्याज
उन्होंने कहा कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक के फुल केवाईसी कंप्लायंट कस्टमर्स को अपने अकाउंट की बैलेंस रकम पर कम से कम 4 फीसदी ब्याज मिलेगा। नए गाइडलाइंस से स्टैंडअलोन वॉलेट्स की स्थिति कमजोर हो जाएगी क्योंकि वे वॉलेट बैलेंस पर ब्याज नहीं दे पाएंगे जबकि केवाईसी रिक्वायरमेंट पूरा करने पर एक बार में इतनी ही रकम खर्च होने वाली है।