Edited By jyoti choudhary,Updated: 14 Mar, 2020 03:35 PM
दुनियाभर में कोरोना वायरस फैलने की चिंता के बीच कच्चे तेल की कीमतों में आई भारी गिरावट का फायदा लोगों को नहीं मिलेगा। केंद्र सरकार ने शनिवार को पेट्रोल तथा डीजल पर उत्पाद शुल्क को 3 रुपए प्रति लीटर बढ़ाने की घोषणा की है। इस घोषणा के बाद ''तीन...
बिजनेस डेस्कः दुनियाभर में कोरोना वायरस फैलने की चिंता के बीच कच्चे तेल की कीमतों में आई भारी गिरावट का फायदा लोगों को नहीं मिलेगा। केंद्र सरकार ने शनिवार को पेट्रोल तथा डीजल पर उत्पाद शुल्क को 3 रुपए प्रति लीटर बढ़ाने की घोषणा की है। इस घोषणा के बाद 'तीन रुपया' ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा है, जिसमें लोग केंद्र सरकार पर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं।
दरअसल, ओपेक देशों के संगठन तथा रूस के बीच वार्ता विफल होने के बाद सऊदी अरामको ने तेल का उत्पादन बढ़ाने की घोषणा कर सबको चौंका दिया था। कोरोना के कारण पहले ही कम मांग से कीमतों में भारी गिरावट आई है, उसके बाद अरामको की घोषणा ने कच्चे तेल की कीमतों में फिसलन की राह और आसान कर दी।
ट्विटर पर तरुण यादव सरकार पर कटाक्ष करते हुए लिखते हैं, 'हमारे राज्य की सरकार ने लोगों को घर में रहने की हिदायत दी है और इस पूरी तरह सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार ने पेट्रोल तथा डीजल पर 3 रुपए की बढ़ोतरी की है।'
वहीं एक और यूजर नाराजगी जताते हुए लिखते हैं, 'आम आदमी सरकार से किसी तरह की राहत की उम्मीद नहीं कर सकती और अगर यह किसी और तरीके से होती है तो वे टैक्स बढ़ा देते हैं। पेट्रोल तथा डीजल पर उत्पाद शुल्क में तीन रुपए की बढ़ोतरी इसका एक उदाहरण है। '
वहीं, गणेशशिवा नाम के यूजर ने सरकार पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए ट्वीट पर लिखा, 'मैं नरेंद्र मोदी की सरकार से बिल्कुल निराश हूं। उन्हें इस मुद्दे को संजीदगी से देखना चाहिए। यह उन भारतीयों के लिए विश्वास न करने वाली बात है, जो पेट्रोल-डीजल सस्ता होने का इंतजार कर रहे थे लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार ने उल्टे उत्पाद शुल्क में 3 रुपए की बढ़ोतरी की है।'