Edited By vasudha,Updated: 14 Mar, 2020 11:07 AM
पेट्रोल-डीजल के लिए लोगों को अब ज्यादा पैसे चुकाने पड़ेंगे। दरअसल मोदी सरकार ने एक बार फिर आम जनता को झटका देते हुए पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ा दी है। यानी की पेट्रोल पर 1 रुपया और डीजल पर 1.5 रुपए प्रति लीटर की दर से एक्साइज ड्यूटी बढ़...
बिजनेस डेस्क: पेट्रोल-डीजल के लिए लोगों को अब ज्यादा पैसे चुकाने पड़ेंगे। दरअसल मोदी सरकार ने सपेट्रोल और डीजल पर तीन रुपये प्रति लीटर की दर से उत्पाद शुल्क बढ़ा दिया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में गिरावट से लाभ लेने के प्रयासों के तहत सरकार ने शनिवार को यह कदम उठाया है।
एक आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया कि पेट्रोल पर विशेष उत्पाद शुल्क प्रति लीटर दो रुपये बढ़ाकर आठ रुपये कर दिया है तो वहीं डीजल पर यह शुल्क दो रुपये बढ़कर अब चार रुपये प्रति लीटर हो गया है। इसके अलावा पेट्रोल और डीजल पर लगने वाला सड़क उपकर भी एक-एक रुपये प्रति लीटर बढ़ाकर 10 रुपये कर दिया गया है। उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी का नतीजा सामान्य तौर पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि के रूप में सामने आता है लेकिन यह अंतरराष्ट्रीय दरों में गिरावट के हिसाब से समायोजित हो जाएगी और कीमतों में इजाफा नहीं होगा।
शनिवार को लगातार 10वें दिन देश में पेट्रोल और डीजल की कीमत में कमी दर्ज की गई है। दिल्ली, कोलकाता और मुंबई में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 13 पैसे कम हुई है और चेन्नई में यह 14 पैसे कम हुआ है। विदेशी मुद्रा दरों के साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमतें क्या हैं, इस आधार पर रोज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। इन्हीं मानकों के आधार पर पर पेट्रोल रेट और डीजल रेट रोज तय करने का काम तेल कंपनियां करती हैं।
बता दें कि मोदी सरकार के सता में आने के बाद यह पांचवा मौका है जब पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई गई हो। इससे पहले 15 जनवरी को सीबीडीटी ने पेट्रोल पर 75 पैसे ओर डीजल पर 1.83 रुपये प्रति लीटर की दर से एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई थी। वहीं दूसरी ओर कच्चे तेल के दामों में लगातार गिरावट होने के बावजूद आम जनता को उसका फायदा नहीं मिल रहा है।