Edited By jyoti choudhary,Updated: 29 Jul, 2020 12:55 PM
एक रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल से जुलाई तक 80 लाख सब्सक्राइबर्स ने ई.पी.एफ.ओ. से 30,000 करोड़ रुपए का फंड निकाला है। ई.पी.एफ.ओ. करीब 10 लाख करोड़ का फंड मैनेज करता है और इसके सब्सक्राइबर्स की संख्या करीब 6 करोड़ है।
नई दिल्लीः एक रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल से जुलाई तक 80 लाख सब्सक्राइबर्स ने ई.पी.एफ.ओ. से 30,000 करोड़ रुपए का फंड निकाला है। ई.पी.एफ.ओ. करीब 10 लाख करोड़ का फंड मैनेज करता है और इसके सब्सक्राइबर्स की संख्या करीब 6 करोड़ है। निकासी को लेकर विभाग का कहना है कि इससे चालू वित्त वर्ष में हमारी कमाई पर असर होगा।
ई.पी.एफ.ओ. अधिकारियों ने बताया कि यह आंकड़ा अप्रैल और जुलाई के तीसरे हफ्ते के बीच का है। सामान्य हालात में इतने कम समय में इतना बड़ा फंड नहीं निकाला जाता है। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि लाखों लोगों की नौकरी चली गई या फिर सैलरी में कटौती और मैडीकल खर्च में ये पैसे खर्च हुए हैं।
22,000 करोड़ केवल मैडीकल खर्च के लिए
रिपोर्ट के मुताबिक 30 लाख सब्सक्राइबर्स ने कोविड विंडो के तहत 8000 करोड़ रुपए की निकासी की है। 50 लाख सब्सक्राइबर्स ने मैडीकल खर्च के लिए 22,000 करोड़ रुपए की निकासी की है। अधिकारियों का कहना है कि बहुत जल्द निकासी करने वाले सब्सक्राइबर्स की संख्या 1 करोड़ तक पहुंच जाएगी। ई.पी.एफ.ओ. निकासी के पुराने आंकड़े पर गौर करें तो वित्त वर्ष 2019-20 में कुल 72,000 करोड़ रुपए निकाले गए थे।
अभी और निकासी की संभावना
विभाग का कहना है कि कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। मामले जैसे-जैसे बढ़ रहे हैं, आॢथक संकट गहराता जा रहा है। ऐसे में वर्तमान स्थिति के आधार पर यही लग रहा है कि आने वाले दिनों में ई.पी.एफ.ओ. फंड से और बड़े पैमाने पर और तेजी से निकासी होगी। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में निकासी करने वाले सब्सक्राइबर्स की संख्या 10 मिलियन तक पहुंच जाएगी।