Edited By jyoti choudhary,Updated: 04 Oct, 2019 11:34 AM
पंजाब एवं महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक (PMC) घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आर्थिक अपराध शाखा (EOW) की एफआईआर के आधार पर प्रवर्तन मामले की सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज की है। इससे पहले पुलिस ने पीएमसी बैंक घोटाले के आरोप में हाउसिंग...
बिजनेस डेस्कः पीएमसी बैंक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को मुंबई में 6 जगहों पर छापेमारी की है। वहीं ईडी ने एचीडीआईल के निदेशकों और पीएमसी बैंक के अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पीएमसी बैंक के मैनेजमेंट पर आरोप है कि उसने अपने नॉन परफॉर्मिंग एसेट और लोन वितरण के बारे में आरबीआई को गलत जानकारी दी। पीएमसी बैंक के निलंबित हो चुके पूर्व एमडी जॉय थॉमस ने बताया है कि बैंक द्वारा दिए गए लोन का करीब 73 फीसदी हिस्सा सिर्फ एक कंपनी हाउिसंग डेवलपमेंट ऐंड इन्फ्रास्ट्रक्चर (HDIL) को दिया गया है, जो कि दिवालिया होने की प्रक्रिया से गुजर रही है।
सोमवार को दर्ज की थी एफआईआर
आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने 4355.43 करोड़ रुपए के बैंक घोटाले में सोमवार को एफआईआर दर्ज की थी। इस मामले में पुलिस ने 17 लोगों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर भी जारी कर रखा है।
आरबीआई द्वारा नियुक्त प्रशासक की शिकायत के आधार पर अधिकारियों के खिलाफ फर्जीवाड़े, धोखाधड़ी और आपराधिक षड्यंत्र के आरोपों के तहत इस सप्ताह की शुरुआत में पुलिस शिकायत दर्ज की गई थी। पुलिस ने बताया कि प्रारम्भिक जांच के अनुसार वर्ष 2008 के बाद से बैंक को 4,355.46 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। प्राथमिकी में पीएमसी बैंक के पूर्व अध्यक्ष वरयम सिंह, प्रबंधक निदेशक जॉय थॉमस, एचडीआईएल के एक निदेशक और अन्य अधिकारियों के नाम हैं।
पीएमसी ग्राहकों को राहत
तीन अक्तूबर को आरबीआई ने पीएमसी के ग्राहकों को राहत भी दी थी। आरबीआई ने ग्राहकों के लिए नकद निकासी की सीमा बढ़ाकर 25 हजार रुपए कर दी है। इससे पहले आरबीआई ने ग्राहकों को निकासी की सीमा एक हजार रुपए से बढ़ाकर 10,000 रुपए की थी।
पहले ग्राहकों को छह महीने में सिर्फ एक हजार रुपए ही निकालने की अनुमति दी गई थी। पिछले हफ्ते आरबीआई ने बैंक पर छह महीनों का प्रतिबंध लगाने की जानकारी दी थी। आरबीआई के इस कदम से लाखों ग्राहकों को राहत मिलेगी।