Edited By Supreet Kaur,Updated: 27 Sep, 2019 10:37 AM
पंजाब एंड महाराष्ट्र कोआप्रेटिव (पी.एम.सी.) बैंक पर कुल कर्ज का एक तिहाई से अधिक लोन देश की एक सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनी को दिए जाने के कारण नॉन परफॉर्मिंग एसैट (एन.पी.ए.) होने का आरोप लगाया गया है। खास बात यह है कि पी.एम.सी. के मैनेजिंग टीम...
मुम्बईः पंजाब एंड महाराष्ट्र कोआप्रेटिव (पी.एम.सी.) बैंक पर कुल कर्ज का एक तिहाई से अधिक लोन देश की एक सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनी को दिए जाने के कारण नॉन परफॉर्मिंग एसैट (एन.पी.ए.) होने का आरोप लगाया गया है। खास बात यह है कि पी.एम.सी. के मैनेजिंग टीम के सदस्य ही इस रियल एस्टेट कंपनी में डायरैक्टर हैं, इस कंपनी को दिवालिया होने से बचाने के लिए पी.एम.सी. बैंक को जबरदस्त नुक्सान पहुंचाने की कोशिश की गई है।
क्यों डूबा बैंक
एचडीआईएल देश की सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनी के रूप में जानी जाती है। हाऊसिंग डिवलैपमैंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) कंपनी का संचालन करने वाले डायरैक्टर पी.एम.सी. के बोर्ड मैंबर हैं। आर्थिक मामलों के जानकार विश्वास उटगी का दावा है कि पी.एम.सी. बैंक के बोर्ड में मौजूद इन संचालकों ने नियमों को ताक पर रखते हुए पी.एम.सी. बैंक के कुल कर्ज का एक तिहाई लोन इस कंपनी को मंजूर किया है। यह कुल रकम तकरीबन 8000 करोड़ रुपए है। इसमें से अढ़ाई सौ करोड़ रुपए का कर्ज अभी तक बैंक को वापस नहीं किया गया है। पी.एम.सी. बैंक के संचालकों ने कंपनी को बचाने के लिए पी.एम.सी. का एन.पी.ए. बारम्बार छुपाने की कोशिश की। यह वजह है कि अचानक पी.एम.सी. बैंक के डूबने की नौबत आ गई।
PMC बैंक के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका
विश्वास उटगी ने बताया की पी.एम.सी. बैंक के ग्राहकों की एक मीटिंग शनिवार को बुलाई गई है। ग्राहकों की समस्या सुनने के बाद एक संगठन बनाया जाएगा। इसके बाद इन ग्राहकों को साथ में लेकर अगले सप्ताह आर.बी.आई. के इस निर्णय और पी.एम.सी. बैंक की लापरवाही के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की जाएगी।
मामला वित्त मंत्रालय पहुंचा
बैंक का मामला वित्त मंत्रालय पहुंच गया है। केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि पी.एम.सी. बैंक के ग्राहकों को किसी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़े। वित्त राज्यमंत्री ने कहा कि जो भी संस्थान जनता के पैसे का लेन-देन करता है उसके लिए अनुपालन जरूरी है। इस बीच पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) ने स्पष्ट किया है कि पी.एम.सी. बैंक का उससे कोई लेना-देना नहीं है। पीएनबी ने कहा कि बैंक के प्रति ग्राहकों और सभी अंशधारकों का भरोसा कायम है। बैंक की वित्तीय प्रणाली मजबूत है।
आम लोगों के ही नहीं, खुद RBI अफसरों के भी फंसे पैसे
पी.एम.सी. बैंक में आर.बी.आई. अफसरों के भी पैसे फंसे हैं। दरअसल आर.बी.आई. अफसरों से जुड़े एक कोआप्रेटिव का पैसा इस बैंक में जमा है। अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक आर.बी.आई. के अफसरों से जुड़े इस कोआप्रेटिव के 105 करोड़ रुपए इस बैंक में जमा हैं। इस पैसे को फिक्स्ड डिपॉजिट में रखा गया है।