Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Jul, 2017 04:14 PM
नए आर्डर मिलने से जून माह के दौरान सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में जोरदार उछाल आया है ..
नई दिल्लीः नए आर्डर मिलने से जून माह के दौरान सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में जोरदार उछाल आया है और इस क्षेत्र का पी.एम.आई. आंकड़ा 53.1 अंक पर पहुंच गया। मासिक सर्वेक्षण के मुताबिक इस स्थिति को देखते हुए आने वाले महीनों में आर्थिक गतिविधियों में तेजी आ सकती है। निक्केई इंडिया सविर्सिज पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पी.एम.आई. ) के मुताबिक सेवा क्षेत्र की गतिविधियां जून में बढ़कर 53.1 अंक पर पहुंच गई। मई में यह आंकड़ा 52.2 अंक था। इससे समूचे सेवा क्षेत्र में ठोस और बढ़ती गतिविधियों का संकेत मिलता है।
PMI में वृद्धि के संकेत
सेवा क्षेत्र का पी.एम.आई. 50 के आंकड़े को पार करता हुआ, इससे ऊपर रहा है। लगातार पांचवें महीने यह स्थिति रही है। इसके अलावा इस साल की पहली तिमाही के लिये सेवा क्षेत्रा का औसत पी.एम.आई. 51.8 अंक रहा है। इससे भी तिमाही के दौरान सेवा कारोबार में वृद्धि का संकेत मिलता है। जून के आंकड़ों ने तिमाही औसत के कंपोजिट पी.एम.आई. (52.2 अंक) में सबसे ज्यादा योगदान किया है। वित्त वर्ष 2016 की दूसरी तिमाही के बाद से यह सबसे अधिक है। इससे संकेत मिलता है कि 2017 के शुरआती तीन माह की तुलना में जी.डी.पी. वृद्धि में तीव्र उछाल की उम्मीद है।
जून में विनिर्माण क्षेत्र चार माह के न्यूनतम स्तर पर
जून माह में विनिर्माण क्षेत्र का पी.एम.आई. चार माह के न्यूनतम स्तर पर रहा है। भारत में चूंकि सेवा क्षेत्र का दायरा काफी व्यापक है इसलिए विनिर्माण क्षेत्र में हल्की वृद्धि से भी निजी क्षेत्र की उत्पादन वृद्धि आठ माह के शीर्ष पर पहुंच गई। इस लिहाज से निक्केई इंडिया कंपाजिट पी.एम.आई. आउटपुट जून में आठ माह के सर्वाेच्च स्तर 52.7 अंक पर पहुंच गया। मई में यह 52.5 अंक रहा था।