Edited By Pardeep,Updated: 29 Aug, 2018 01:15 AM
कांग्रेस ने पंजाब नेशनल बैंक में हुए 23,484 करोड़ रुपए के घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी के फरार होने में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की संलिप्तता का आरोप लगाते हुए कहा कि पीएमओ ने घोटालेबाज के खिलाफ शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया। कांग्रेस के प्रवक्ता...
नई दिल्ली: कांग्रेस ने पंजाब नेशनल बैंक में हुए 23,484 करोड़ रुपए के घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी के फरार होने में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की संलिप्तता का आरोप लगाते हुए कहा कि पीएमओ ने घोटालेबाज के खिलाफ शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया।
कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेरा ने मंगलवार को यहां जारी बयान में कहा कि चोकसी ने फरार होने से दस महीने पहले वर्ष 2017 के शुरूआत में मुंबई पासपोर्ट कार्यालय से मंजूरी हासिल कर ली थी। इससे साफ है कि उसके विरूद्ध कोई प्रतिकूल जानकारी नहीं थी। खेरा ने कहा कि यह साबित करने के लिए गंभीर सबूत सामने आए हैं कि प्रत्येक संबंधित एजेंसी हीरा व्यापारी के खिलाफ लंबित गंभीर शिकायतों के बारे में अवगत थी। इसे किसी अन्य ने नहीं बल्कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी तीन अगस्त 2017 को स्वीकार किया है।
उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के पत्र को लेकर पीएमओ का जवाब अब सार्वजनिक जानकारी में है। यह जबावी पत्र तीन अगस्त 2017 को विदेश सचिव विजय गोखले को संबोधित किया गया था। उन्होंने कहा,"पीएमओ ने रिकॉर्ड पर स्वीकार किया था कि गृह मंत्रालय, गृह मंत्रालय, सीबीआई निदेशक, ईडी, एसएफआईओ ने चोकसी के धोखाधड़ी पर शिकायतें अग्रेषित की थीं, इस प्रकार यह दिखाती है कि यह चोकसी के वित्तीय अपराधों के बारे में अवगत थे लेकिन इसके बावजूद एक संदिग्ध मौन बनाए रखा गया।"