Edited By jyoti choudhary,Updated: 01 Nov, 2018 05:30 AM
सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने मंगलवार को अपनी सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) को 0.05 प्रतिशत बढ़ा दिया। यह वृद्धि एक नवंबर से प्रभावी होगी।
नई दिल्लीः सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने मंगलवार को अपनी सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) को 0.05 प्रतिशत बढ़ा दिया। यह वृद्धि एक नवंबर से प्रभावी होगी।
बैंक ने शेयर बाजार को भेजी सूचना में कहा है कि एमसीएलआर दर को एक नवंबर 2018 से संशोधित कर दिया गया है। एमसीएलआर दर को 0.05 प्रतिशत बढ़ाकर 8.50 प्रतिशत कर दिया गया है। इसी दर पर ज्यादातर खुदरा कर्ज दिए जाते हैं।
लोन हुआ महंगा
इस वृद्धि के बाद तीन साल का कर्ज 8.70 प्रतिशत, छह माह के कर्ज पर 8.45 प्रतिशत और तीन माह के लिए कर्ज देने पर 8.25 प्रतिशत ब्याज लिया जाएगा। एक माह और एक दिन की अवधि के लिए दिए कर्ज पर 8.15 प्रतिशत की दर से ब्याज होगा। बैंकिंग प्रणाली में एमसीएलआर प्रणाली को अप्रैल 2016 से लागू किया गया था। इसने बैंकों में आधार दर प्रणाली का स्थान लिया। आधार दर से नीचे की दर पर बैंक कोई भी कर्ज नहीं दे सकते थे। एमसीएलआर दर की गणना बैंकों द्वारा लिए गए उधार की सीमांत लागत और बैंक की नेट वर्थ पर मिलने वाले प्रतिफल के आधार पर की जाती है।
क्या है एमसीएलआर?
आपको बता दें कि एमसीएलआर वह दर होती है, जिस पर किसी बैंक से मिलने वाले ब्याज की दर तय होती है। इससे कम दर पर देश का कोई भी बैंक लोन नहीं दे सकता है। सामान्य भाषा में यह आधार दर ही होती है।