Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Mar, 2018 07:22 PM
आधार जारी करने वाली अथॉरिटी भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यू.आई.डी.ए.आई.) ने सभी आधार धारकों को आगाह किया है। अथॉरिटी ने कहा हा कि इंटरनैट के माध्यम से लेने वाली किसी भी सेवा के वक्त पर्सनल जानकारी देते वक्त सावधानी बरतें।
नई दिल्लीः आधार जारी करने वाली अथॉरिटी भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यू.आई.डी.ए.आई.) ने सभी आधार धारकों को आगाह किया है। अथॉरिटी ने कहा हा कि इंटरनैट के माध्यम से लेने वाली किसी भी सेवा के वक्त पर्सनल जानकारी देते वक्त सावधानी बरतें।
एक सर्च से मिल जाएगी आधार की जानकारी
अंग्रेजी समाचार वैबसाइट द क्विंट के अनुसार Google पर एक सर्च के जरिए ही कोई भी आपके आधार की जानकारी इकट्ठा कर सकता है। लीक होने वाली जानकारियों में नाम, पता, आधार संख्या, जन्मतिथि और तस्वीर शामिल हैं, जो स्पष्ट रूप से इंटरनैट पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं हैं। हालांकि इसमें बायोमेट्रिक डेटा लीक नहीं हुआ है। क्विंट के अनुसार लीक हुए डेटा के बारे में जानने के लिए 'मेरा आधार, मेरी पहचान' टाइप करने से ही मिल जाएगा।
इन वैबसाइट्स पर लीक हुआ डाटा
जिन साइटों ने सार्वजनिक रुप से लोगों का आधार विवरण को अपलोड किया है, उसमें इंडियन नैशनल सेंटर फॉर ओशन इन्फर्मेशन सर्विसेज (www.incois.gov.in) की आधिकारिक सरकारी वैबसाइट, अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ की आधिकारिक वैबसाइट (www.the-aiff.com) और हैदराबाद में स्थित एक निजी कंपनी स्टारकार्ड इंडिया (http://starcardsindia.com) की वैबसाइट, शामिल है। यह कंपनी भुगतान गेटवे सेवा प्रदाता, मोबाइल एप डिजाइन और डेवलपमेंट का काम करती है।
गोपनीय डॉक्यूमेंट नहीं है आधार
यू.आई.डी.ए.आई. ने कहा कि आधार डाटाबेस पूरी तरह से सुरक्षित है। बयान में कहा गया है कि ये खबरें सच्चाई से कहीं परे हैं और इनका आधार के डाटाबेस की सुरक्षा से कुछ लेनादेना नहीं है, क्योंकि जो भी आधार कार्ड नजर आ रहे हैं उनमें से कोई भी हमारे डाटाबेस नहीं लिया गया है।
UIDAI की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि अन्य सभी पहचान पत्रों की तरह आधार भी एक गैर गोपनीय डॉक्यूमेंट है। केवल किसी के आधार की जानकारी हो जाने से कोई किसी की पहचान नहीं चुरा सकता क्योंकि यहां बायोमिट्रिक्स मैच करना जरूरी है।
खुद करें सुरक्षा
जैसे मोबाइल नंबर, बैंक अकाउंट नंबर, पैन कार्ड, पासपोर्ट व परिवार की डिटेल देते वक्त हम ध्यान रखते हैं वैसे ही आधार की डिटेल देने वक्त भी हमें सावधानी बरतनी चाहिए। अगर कोई गौर कानूनी तरीके से किसी का अधार कार्ड, मोबाइल नंबर, बैंक एकाउंट या तस्वीर छापता है तो उसपर मुआवजे का दीवानी मामला दायर किया जा सकता है। यह केस वो शख्स कर सकता है जिसकी प्राइवेसी का उल्लंघन हुआ है।
हालांकि इस तरह से कार्ड की डिटेल कहीं इंटरनैट पर छप जाने से इसकी सुरक्षा को कोई खतरा नहीं होता। आधार डाटा सुरक्षित है। यह बयान उन खबरों के बीच आया है , जिनमें कहा गया है कि आधार की डिटेल थर्ड पार्टी वैबसाइट्स के माध्यम से इंटरनैट पर मौजूद है और गूगल पर सर्च करेंगे तो कई लोगों की आधार डिटेल हासिल हो जाएगी।