Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Jan, 2018 12:56 PM
कल देश का आम बजट पेश होने वाला है पर इसके पहले ही आम लोगों के लिए एक खुशखबरी आ गई है। आसमान पर रहने वाले प्याज के दाम एक दम से जमीन पर आ गए है। बीते दो दिनों में प्रमुख मंडियों में प्याज की आवक बढ़ने से सोमवार को इसकी कीमतें गिरकर करीब एक चौथाई रह...
नई दिल्लीः कल देश का आम बजट पेश होने वाला है पर इसके पहले ही आम लोगों के लिए एक खुशखबरी आ गई है। आसमान पर रहने वाले प्याज के दाम एक दम से जमीन पर आ गए है। बीते दो दिनों में प्रमुख मंडियों में प्याज की आवक बढ़ने से सोमवार को इसकी कीमतें गिरकर करीब एक चौथाई रह गईं। दरअसल प्याज का न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) बहुत अधिक होने से निर्यात की संभावनाएं कमजोर हैं, जिससे घरेलू बाजार में आवक बढ़ रही है। प्याज की बेंचमार्क मंडी लासलगांव में प्याज की मॉडल कीमत 21.50 रुपए से घटकर 6.50 रुपएप्रति किलोग्राम रह गई।
मंडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा प्याज के दाम मंडी में इसकी आवक बढ़ने से घटे हैं। प्याज किसानों ने मौजूदा ऊंची कीमतों का लाभ उठाने के लिए पूरी तरह नहीं पकी फसल की भी खुदाई शुरू कर दी थी। इस प्रकार मंडियों में आने वाली नमी वाले प्याज को इसके खराब होने के डर की वजह से तुरंत बेचे जाने की जरूरत है। प्याज उत्पादक दो प्रमुख राज्यों महाराष्ट्र और गुजरात से नई फसल की पैदावार मंडियों में आने लगी है। ऐसे में आगे भी प्याज की कीमतों में गिरावट आने की संभावना है।
थोक बाजारों में प्याज के दाम गिरने का असर अगले एक सप्ताह में उपभोक्ताओं की खरीद क्षमता पर दिख सकता है। दाम बढ़ने से उपभोक्ताओं ने प्याज का दैनिक उपयोग 50 से 60 फीसदी घटा दिया है। कुछ सप्ताह में प्याज की खुदरा कीमतें 20 रुपये प्रति किलोग्राम के किफायती स्तर पर आने पर उपभोक्ता फिर से अपनी खपत बढ़ा सकते हैं। बीते तीन माह से प्याज के दाम 40 रुपये किलोग्राम से ऊपर बने हुए थे। केंद्रीय खाद्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार मंगलवार को दिल्ली में प्याज की खुदरा कीमत 51 रुपये और मुंबई में 46 रुपये किलोग्राम थी।