कॉमर्शियल प्रॉपर्टी खरीदना सस्ता

Edited By ,Updated: 27 Nov, 2015 01:10 PM

property home

हजरतगंज और गोमतीनगर सहित शहर के पॉश इलाकों में दुकान या कार्यालय खरीदने का सपना देख रहे लोगों के लिए राहत की खबर है।

लखनऊः हजरतगंज और गोमतीनगर सहित शहर के पॉश इलाकों में दुकान या कार्यालय खरीदने का सपना देख रहे लोगों के लिए राहत की खबर है। अब व्यावसायिक और वाणिज्यिक प्रापर्टी का मूल्यांकन कारपेट एरिया के आधार किया जाएगा। जिससे व्यवसायिक संपत्तियों की खरीद फरोख्त की दरों में 50 फीसदी तक की कमी आ सकती है।

पहले ये थी व्यवस्था
अब तक व्यवसायिक संपत्तियों का मूल्यांकन न्यूनतम मासिक किराया के 300 गुना के आधार पर किए जाने का प्राविधान है। मसलन किसी व्यवसायिक संपत्ति का मासिक किराया एक हजार रुपए है तो सर्किल रेट के आधार पर उस संपत्ति का मूल्यांकन 3 लाख रुपए होगा। जिसके कारण रजिस्ट्री बहुत कम हो गई थी और सरकार को नुकसान भी हो रहा था लेकिन अब कुल कारपेट एरिया और प्रति वर्ग मीटर सर्किल रेट को गुणा कर नई दर का निर्धारण किया गया है। उम्मीद है कि प्रॉपर्टी की कास्ट कम होने से अब अधिक संख्या में रजिस्ट्री होंगी।

सदर तहसील में 50 फीसदी की कमी
नये सर्किल रेट लागू होने से सदर तहसील में सबसे अधिक असर पड़ेगा जहां नए डीएम सर्किल रेट की दरों में बीस से पचास प्रतिशत तक की कमी का प्रस्ताव तैयार किया गया है। शासन ने इस बार एक दिसंबर से व्यवसायिक संपत्तियों के लिए डीएम सर्किल रेट लागू करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी राजशेखर के मुताबिक शासन द्वार इस बार कारपेट एरिया के आधार पर सर्वे कर सर्किल रेट निर्धारण के निर्देश दिए गए थे। शासन के निर्देशानुसार एसडीएम और सब रजिस्ट्रार ने व्यवसायिक संपत्तियों का सर्वे कर जो प्रस्तावित दरें तैयार की हैं उसके मुताबिक सदर तहसील के अंतर्गत आने वाले इलाकों में सर्किल रेट में कमी आएगी।

कहां पड़ेगा अधिक असर
सदर तहसील में सबसे व्यवसायिक संपत्तियां आती हैं लिहाजा बदले प्रारूप का सबसे अधिक असर यहां पर ही पड़ेगा। गोमतीनगर, हजरतगंज, शिवाजी मार्ग, विभूतिखंड, अलीगंज व महानगर सहित कई प्रमुख इलाके हैं जहां सबसे अधिक व्यवसायिक कांपलेक्स और दुकानें हैं। इसके अलावा खुनखुन जी रोड, अमीनाबाद, कैसरबाग, आलमबाग, कानपुर रोड सहित अन्य क्षेत्रों में दरों में कमी आएगी।

सभी जगह रेट्स में कमी
सदर तहसील के अलावा मोहनलालगंज, बख्शी का तालाब, सरोजनीनगर और मलिहाबाद में तीन से पांच प्रतिशत की कमी आएगी। चूंकि इन इलाकों में पहले से ही दर काफी कम है लिहाजा यहां पर प्रस्तावित रेट अधिक प्रभावित नहीं होंगी।

खरीद फरोख्त में आएगी तेजी
सर्किल रेट की दरों में कमी से व्यवसायिक संपत्तियों की खरीद- फरोख्त में तेजी आएगी। एडीएम वित्त धनंजय शुक्ला के मुताबिक मौजूदा दरों के चलते रजिस्ट्रियों में काफी कमी आई थी। नई दरों से लोगों को राहत मिलेगी। वहीं सरकार को भी स्टांप शुल्क में इजाफा होने की उम्मीद है। कई जगह 50 फीसदी तक कम हुई हैं। मूल्यांकन के बाद सबसे ज्यादा रेट सदर तहसील में कम हुए हैं। यहां दुकानों के रेट 20 से 30 फीसदी ऑफिसों के रेट 30 से 40 फीसदी और गोदामों के रेट 40 से 50 फीसदी कम करने का प्रस्ताव है।

3 दिन तक दर्ज करा सकते हैं आपत्तियां
जिले में कॉमर्शियल प्रॉपर्टी का नया डीएम सर्किल रेट 1 दिसंबर से लागू हो जाएगा। जिलाधिकारी ने सभी एसडीएम और सब रजिस्ट्रार को थर्सडे तक अपनी अपनी तहसील में वाणिज्यिक भवनों का सर्वे कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिये थे। सभी ने अपनी अपनी रिपोर्ट सौंप दी। इस आधार पर प्रस्तावित दरें तैयार की गई हैं। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व ने बताया कि अब 27 से 29 नवंबर तक आपत्तियां स्वीकार की जाएंगी। इसके बाद 30 दिसंबर को आपत्तियों का गहन निरीक्षण कर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। 1 दिसंबर से कॉमर्शियल प्रॉपर्टी पर नया सर्किल रेट लागू हो जाएगा। इसके बाद आवासीय भवनों का मूल्यांकन कर 15 दिसंबर तक उनके भी नए सर्किल रेट लागू कर दिए जाएंगे।

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!