व्यापारियों का देशभर में विरोध प्रदर्शन, अमेजॉन, फ्लिपकार्ट पर प्रतिबंध की मांग

Edited By jyoti choudhary,Updated: 20 Nov, 2019 05:45 PM

protesters across the country demand a ban on amazon flipkart

व्यापारी संगठनों ने बुधवार को अमेजॉन और फ्लिपकार्ट जैसी प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनियों के खिलाफ देश के 700 से अधिक शहरों में धरना प्रदर्शन किया। व्यापारियों के संगठन कनफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के आह्वान पर व्यापारियों

नई दिल्लीः व्यापारी संगठनों ने बुधवार को अमेजॉन और फ्लिपकार्ट जैसी प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनियों के खिलाफ देश के 700 से अधिक शहरों में धरना प्रदर्शन किया। व्यापारियों के संगठन कनफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के आह्वान पर व्यापारियों ने ‘राष्ट्रीय विरोध दिवस' मनाया और अमेजॉन व फ्लिपकार्ट द्वारा अपनाए जा रहे अनुचित व्यापार व्यवहार पर विरोध जताया। 

कैट ने कहा कि अमेजॉन एवं फ्लिपकार्ट ने अपनी अनैतिक व्यापार पद्धति से ई-कॉमर्स बाजार को ‘दूषित' कर दिया है। ये कंपनियां खुलेआम सरकार की प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) नीति का उल्लंघन कर रही हैं। कैट के अनुसार प्रदर्शकारियों ने सरकार से ई-कॉमर्स पोर्टल अमेजॉन और फ्लिपकार्ट पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। कैट के महासचिव प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि व्यापारियों को अमेजॉन और फ्लिपकार्ट के भारत में व्यापार करने पर कोई ऐतराज नहीं है किन्तु व्यापारियों की तरह इन ई-कॉमर्स कंपनियों को भी सरकार की एफडीआई नीति तथा अन्य कानूनों का पालन करना होगा जिससे बाजार में समान प्रतिस्पर्धा बनी रहे। 

कैट ने मांग की है कि जब तक कि ये कंपनियां अपने पोर्टल को पूरी तरह देश की एफडीआई नीति और अन्य कानूनों के अनुरूप नहीं कर लेती हैं, उनका परिचालन बंद कर दिया जाना चाहिए। कैट ने सरकार से यह भी मांग की है कि इन कंपनियों के कारोबारी मॉडल, खातों और उनको मिले विदेशी निवेश की जांच की जानी चाहिए। कैट ने यह भी मांग की है कि यह पता लगाया जाना चाहिए कि ऐसा कौन सा कारोबारी मॉडल है जिसमें हर साल करोड़ों रुपए का घाटा उठाने के बावजूद ये कंपनियां ग्राहकों को लगातार छूट दे रही हैं।

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