Edited By jyoti choudhary,Updated: 08 Sep, 2020 02:15 PM
रॉयल बैटल गेम पबजी के दीवानों के लिए अच्छी खबर है। हाल ही में भारत में बैन किए गए PUBG की देश में दोबारा वापसी हो सकती है। पबजी गेम्स बनाने वाली दक्षिण कोरियाई कंपनी ब्लूहोल (Bluehole) ने चीन की कंपनी टेनसेंट गेम्स से
बिजनेस डेस्कः रॉयल बैटल गेम पबजी के दीवानों के लिए अच्छी खबर है। हाल ही में भारत में बैन किए गए PUBG की देश में दोबारा वापसी हो सकती है। पबजी गेम्स बनाने वाली दक्षिण कोरियाई कंपनी ब्लूहोल (Bluehole) ने चीन की कंपनी टेनसेंट गेम्स से अपना फ्रेंचाइजी करार तोड़ लिया है। कंपनी में भारत में पबजी गेम्स की फ्रेंचाइजी टेनसेंट गेम्स को दी थी, जिसे वापस ले लिया गया है।
पबजी कॉर्पोरेशन अब खुद ही भारत में इस गेम की सभी जिम्मेदारियों को संभालेगा। पबजी कॉर्पोरेशन दक्षिण कोरियाई कंपनी ब्लूहोल का हिस्सा है। कंपनी के इस फैसले के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि PUGB की भारत में दोबारा एंट्री हो सकती है। PUBG Mobile के बैन होने से देश में गेमिंग के फैंस काफी नाखुश हैं।
इस संबंध में PUBG Corp ने कहा कि वे इस पूरे मामले से अवगत हैं और गेम पर लगाए गए बैन के कारणों की जांच कर रहे हैं। कंपनी के कहा कि भारत में पबजी मोबाइल का कंट्रोल अब टेनसेंट गेम्स के हाथों में नहीं रहेगा और भारत में इस गेम की पूरी जिम्मेदारी पबजी कॉर्पोरेशन के पास होगी। कंपनी के कहा कि हमने भारत के लिए टेनसेंट गेम्स से अपना फ्रेंचाइजी करार खत्म कर लिया है।
PUBG Corp ने अपने बयान में कहा, पबजी कॉर्पोरेशन सरकार द्वारा उठाए गए कदम को समझता है और उसका सम्मान भी करता है। यूजर्स का डेटा सुरक्षित रहना कंपनी की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। कंपनी भारत सरकार के साथ मिलकर प्लेयर्स के लिए इस गेम को फिर से शुरू करना चाहती है। कंपनी का कहना है कि वह इस गेम को भारतीय नियमों के मुताबिक संचालित करेगी।
टेनसेंट गेम्स को 34 अरब डॉलर का नुकसान
आपको बता दें कि पबजी मोबाइल पर भारत में बैन लगने के बाद टेनसेंट गेम्स को 34 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। कंपनी का मार्केट वैल्यू 34 अरब डॉलर कम हो गई है। कंपनी को यह नुकसान 118 चीनी ऐप्स पर बैन लगाए जाने के एक दिन बाद ही हुआ है। केंद्र सरकार ने हाल में पबजी समेत 118 चाइनीज ऐप्स पर बैन लगाया था। जिसके तहत पबजी मोबाइल और पबजी मोबाइल लाइट, दोनों ऐप भारत में प्रतिबंधित हो गए हैं।
बैन किए गए सभी 118 ऐप्स को Google Play Store और Apple App Store से हटाया जा रहा है। केंद्र सरकार ने सुरक्षा कारणों और यूजर्स का डेटा चोरी करने के आरोप में इन ऐप्स पर बैन लगाया है। सरकार का कहना है कि प्रतिबंधित किए गए ये ऐप्स भारत की संप्रभुता, अखंडता, सुरक्षा और शांति-व्यवस्था के लिए खतरा थे। सरकार के इस कदम से करोड़ों भारतीय मोबाइल और इंटरनेट यूजर्स का डेटा सुरक्षित रहेगा।