Edited By Supreet Kaur,Updated: 21 Sep, 2018 11:53 AM
बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक और देना बैंक के मर्जर के ऐलान के बाद दूसरे सरकारी बैंकों में कंसॉलिडेशन की अटकलें तेज हो गई हैं। इससे बड़े सरकारी बैंकों के शेयर प्राइस पर दबाव बन सकता है जिनका प्रदर्शन छोटे सरकारी बैंकों से अच्छा है। ये तीन बैंक पंजाब...
नई दिल्लीः बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक और देना बैंक के मर्जर के ऐलान के बाद दूसरे सरकारी बैंकों में कंसॉलिडेशन की अटकलें तेज हो गई हैं। इससे बड़े सरकारी बैंकों के शेयर प्राइस पर दबाव बन सकता है जिनका प्रदर्शन छोटे सरकारी बैंकों से अच्छा है। ये तीन बैंक पंजाब नेशनल बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और आंध्रा बैंक हो सकते हैं।
वित्त मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार सरकार चाहती है कि देश में कुछ ही बड़े बैंक रहे। इसलिए पीएनबी, ओबीसी और आंध्रा बैंक के मर्जर की संभावनाओं पर काम कर रही है। सरकार बैंक अधिकारियों से बातचीत कर रही है और मर्जर की व्यावहारिकता की जांच कर रही है। संभव है कि 31 दिसंबर से पहले इस मर्जर की घोषणा कर दी जाए।
बता दें कि पिछले दिनों केंद्र सरकार ने तीन सरकारी बैंक बैंक ऑफ बड़ौदा, देना बैंक और विजया बैंक के मर्जर की दिशा में कदम बढ़ाने का ऐलान किया था। उम्मीद है कि अगले सप्ताह होने वाली कैबिनेट बैठक में इन तीनों बैंकों के मर्जर को मंजूरी दे दी जाए।