Edited By rajesh kumar,Updated: 06 Aug, 2020 12:39 PM
RBI के पूर्व गर्वनर रघुराम राजन ने कहा कि बैंकों को मोरटोरियम की सुविधा तुरंत खत्म कर देना चाहिए। राजन ने आंध्र प्रदेश के माइक्रोफाइनेंस की याद दिलाते हुए कहा कि अगर बैंक यह सुविधा नहीं बंद करते हैं तो कुछ दिनों में फिर उसी तरह का संकट पैदा हो सकता...
नई दिल्ली: RBI के पूर्व गर्वनर रघुराम राजन ने कहा कि बैंकों को मोरटोरियम की सुविधा तुरंत खत्म कर देना चाहिए। राजन ने आंध्र प्रदेश के माइक्रोफाइनेंस की याद दिलाते हुए कहा कि अगर बैंक यह सुविधा नहीं बंद करते हैं तो कुछ दिनों में फिर उसी तरह का संकट पैदा हो सकता है। रघुराम राजन ने कहा एकबार अगर आप लोगों को यह कहते हैं EMI चुकाने की जरूरत नहीं है तो उनमें दोबारा पेमेंट हैबिट शुरू करना मुश्किल हो जाता है क्योंकि वो बचत नहीं करते हैं। उनके पास आगे पेमेंट करने के लिए कोई फंड नहीं होता है।
वहीं इससे पहले HDFC के चेयरमैन दीपक पारेख ने भी कहा था कि RBI को मोरटोरियम और बढ़ाने का फैसला नहीं करना चाहिए। उन्होंने RBI से निवेदन किया था कि वह मोरटोरियम की सुविधा को और ना बढ़ाए। फिलहाल 31 अगस्त तक मोरटोरियम लागू है।
RBI ने 22 मई को तीन महीनों के लिए मोरटोरियम की सुविधा को बढ़ाकर 31 अगस्त कर दिया था। अब इस हिसाब से मोरोटोरियम के 6 महीने हो चुके हैं। कोरोना महामारी और लॉकडाउन के बीच लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े इसके लिए सरकार ने मोरटोरियम की सुविधा शुरू की थी।
रघुराम राजन ने कहा मोरटोरियम की वजह से बैंकों का NPA बढ़ने पर चिंता जताते हुए कहा कि कई बार आप अपने लोन और लॉस राइट डाउन (बैलेंस शीट से हटाकर) करके ज्यादा रिकवरी दिखा सकते हैं। राजन ने कहा कि प्राइवेट सेक्टर बैंक के मुकाबले सरकारी बैंकों के लिए यह ज्यादा मुश्किल बन सकती है क्योंकि उन्हें लोन राइट डाउन करने से पहले कई इनक्वायरी से गुजरना पड़ता है।
कोरोनावायरस संक्रमण के दौर में RBI की तारीफ करते हुए रघुराम राजन ने कहा RBI की क्रेडिबिलिटी की वजह से रुपया नहीं गिरा है। आज RBI अपनी मॉनेटरी पॉलिसी रिव्यू जारी करने वाला है। रघुराम राजन का मानना है कि RBI इस बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करेगा और महंगाई से निपटने की कोशिश करेगा।