Edited By jyoti choudhary,Updated: 01 May, 2021 11:02 AM
रेलवे बोर्ड ने विभिन्न शिविरों में गैर-रेलवे कर्मियों की आरटी-पीसीआर जांच और रैपिड एंटीजन टेस्ट पर किए गए खर्च को माफ करने का फैसला किया है। इस बात की जानकारी मंत्रालय के एक बयान में दी। इतना ही नहीं, रेलवे ने कोरोनोवायरस संबंधित अस्पताल में ऐसे...
बिजनेस डेस्कः रेलवे बोर्ड ने विभिन्न शिविरों में गैर-रेलवे कर्मियों की आरटी-पीसीआर जांच और रैपिड एंटीजन टेस्ट पर किए गए खर्च को माफ करने का फैसला किया है। इस बात की जानकारी मंत्रालय के एक बयान में दी। इतना ही नहीं, रेलवे ने कोरोनोवायरस संबंधित अस्पताल में ऐसे मरीजों को मुफ्त भोजन देने की भी घोषणा की है। अब मरीजों को भोजन पर लगने वाला शुल्क नहीं देना होगा।
रेलवे ने कहा, "भारतीय रेलवे आगे आकर अपने पूरे दमखम से कोविड-19 से लड़ रही है। इसमें रेलवे द्वारा आपूर्ति श्रृंखला को बनाए रखना और अर्थव्यवस्था के पहिए को घुमाते रहने से लेकर कोविड-19 देखभाल कोच उपलब्ध कराना, ऑक्सीजन एक्सप्रेस और यात्री गाड़ियों को इस मुश्किल समय में भी चलाते रहना शामिल हैं।'' रेलवे ने कहा, ‘‘महत्वपूर्ण चिकित्सा शुल्कों को माफ करना सभी के लिए स्वास्थ्य सेवा सुलभ बनाने की दिशा में एक कदम है।''
रेलवे बोर्ड ने कहा कि रेलवे हॉस्पिटल में एडमिट होने वाले कोरोना मरीजों से न तो आरटी-पीसीआर टेस्ट और ना ही रैपिड एंटीजन टेस्ट का चार्ज लिया जाएगा। इसके अलावा उन्हें भोजन भी बिल्कुल फ्री दिया जाएगा। इनसे संबंधित किसी भी तरह का शुल्क आम लोगों से नहीं लिया जाएगा। रेलवे ने कहा कि इन पहलों से आम जनता को कुछ हद तक राहत जरूर मिलेगी।