Edited By vasudha,Updated: 20 Mar, 2020 10:36 AM
भारतीय रेल (Indian Railways) कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए हर ठोस कदम उठा रहा है। रेलवे ने कोरोना वायरस के खतरे और यात्रियों की कम संख्या के चलते 619 ट्रेनों को कैंसिल कर दिया जो 20 से 31 मार्च के बीच नहीं चलेंगी। यदि आप भी ट्रेन से सफर...
बिजनेस डेस्क: भारतीय रेल (Indian Railways) कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए हर ठोस कदम उठा रहा है। रेलवे ने कोरोना वायरस के खतरे और यात्रियों की कम संख्या के चलते 619 ट्रेनों को कैंसिल कर दिया जो 20 से 31 मार्च के बीच नहीं चलेंगी। यदि आप भी ट्रेन से सफर करने वाले हैं तो घर से निकलने से पहले चेक कर ले कहीं आपकी ट्रेन भी तो कैंसिल नहीं हुई।
इसके साथ ही रेल मंत्रालय ने ट्रेन टिकटों पर मिलने वाली सभी छूट को खत्म करने का फैसला किया है। 20 मार्च को रद्द की गई ट्रेनों में शताब्दी, जनशताब्दी सुपरफास्ट, एक्सप्रेस, पैसेंजर गाड़ियों के साथ कुछ स्पेशल ट्रेनों शामिल हैं रेलवे की नेशनल ट्रेन इन्क्वायरी सिस्टम (NTES) की वेबसाइट पर कैंसिल की गई ट्रेनों की लिस्ट जारी की गई है। रेलवे स्टेशनों पर भी अनाउंसमेंट के जरिए पैसेंजर्स को जानकारी दी जा रही है।
रेलवे के अधिकारियों के अनुसार इन ट्रेनों के लिए टिकट रद्द करने पर लगने वाला शुल्क नहीं वसूला जाएगा। यात्रियों को 100 प्रतिशत किराया वापस मिलेगा। अधिकारियों ने बताया कि पर्यटक विशेष ट्रेनों जैसे कि महाराजा, बुद्धिस्ट, भारत दर्शन और राज्य विशेष ट्रेनों को पहले ही रद्द किया जा चुका है। मुंबई-अहमदाबाद और नयी दिल्ली-लखनऊ के बीच तेजस सेवाओं और इंदौर-वाराणसी के बीच हाल ही में शुरू हमसफर सेवा को रद्द करने का फैसला लिया गया।
राष्ट्रीय परिवाहक ने अपने कैटरिंग कर्मचारियों के लिए जोनल मुख्यालयों को दिशा निर्देश भी जारी किए थे जिसमें कहा गया कि बुखार, खांसी, जुकाम या सांस लेने में मुश्किल होने की शिकायत करने वाले किसी भी कर्मचारी को भारतीय रेलवे में भोजन बनाने से जुड़े किसी भी काम में तैनात न किया जाए। स्टेशनों पर जहां पीए सिस्टम उपलब्ध है और वहां कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए अपनाये जा रहे उपायों से सम्बंधी उद्घोषणाएं लगातार की जा रही हैं। सभी ट्रेनों के डिब्बों की मान्यताप्राप्त कीट नाशक के प्रयोग से गहन सफाई की जा रही है। इसके अतिरिक्त ऑन बोर्ड सफाई कर्मचारी को साफ-सफाई को बार-बार करने तथा ज्यादा सम्पकर् में आने वाले बिजली के स्विच, डोर हैंडल, पानी का नल, रैलिंग इत्यादि जैसे सेनिटाइज़ किये जाने वाले क्षेत्रों की सफाई करने के बारे में उन्हें परामर्श दिया जा रहा है।