Edited By jyoti choudhary,Updated: 08 Sep, 2020 05:39 PM
रेलवे ने गरीब कल्याण रोजगार योजना के तहत बिहार और राजस्थान सहित छह राज्यों में आठ लाख मानव-दिवस श्रम के अवसरों का सृजन किया है। रेल मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी। यह योजना इस साल जून में कोविड-19 से प्रभावित
नई दिल्लीः रेलवे ने गरीब कल्याण रोजगार योजना के तहत बिहार और राजस्थान सहित छह राज्यों में आठ लाख मानव-दिवस श्रम के अवसरों का सृजन किया है। रेल मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी। यह योजना इस साल जून में कोविड-19 से प्रभावित प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए शुरू की गई थी।
गरीब कल्याण रोजगार अभियान को 50,000 करोड़ रुपए के शुरुआती कोष के साथ शुरू किया गया था। इसके तहत रेलवे सम पार के लिए अप्रोच रोड का निर्माण और रखरखाव, जलमार्गों, खाइयों तथा नालों की सफाई और रेलवे स्टेशनों को जाने वाली अप्रोच रोड का रखरखाव आदि जैसे कार्य करा रहा है। मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘भारतीय रेलवे ने चार सितंबर, 2020 तक छह राज्यों बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत 8,09,046 मानव-दिवस के रोजगार का सृजन किया था।''
बयान में कहा गया है कि रेल एवं वाणिज्य तथा उद्योग मंत्री पीयूष गोयल इन परियोजनाओं की प्रगति तथा प्रवासी मजदूरों के रोजगार के अवसरों पर निगाह रख रहे हैं। इन राज्यों में रेलवे की करीब 164 ढांचागत परियोजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है।'' बयान में कहा गया है कि चार सितंबर तक इन कार्यक्रमों से 12,276 श्रमिक जुड़े थे और परियोजनाओं के ठेकेदारों को 1,631.80 करोड़ रुपए जारी किए गए थे। रेलवे ने प्रत्येक जिले और राज्य में एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति की है जिससे राज्य सरकार के साथ सहयोग में काम किया जा सके। 125 दिन के गरीब कल्याण रोजगार अभियान को मिशन के रूप में चलाया जा रहा है। इसके तहत 116 जिलों में 25 श्रेणियों के कार्य-गतिविधियों का क्रियान्वयन किया जा रहा है। इस अभियान के तहत इन छह राज्यों में प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।