Edited By ,Updated: 29 May, 2016 05:16 PM
केन्द्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण प्रणाली मंत्री रामविलास पासवान ने देश में दालों के दाम बढऩे के लिए पिछले 2 साल के दौरान हुई कम
लखनऊ: केन्द्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण प्रणाली मंत्री रामविलास पासवान ने देश में दालों के दाम बढऩे के लिए पिछले 2 साल के दौरान हुई कम बारिश और आयात में कमी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने दाल की कमी से निपटने के लिए ठोस उपाय किए हैं और वह राज्यों को सस्ती दर पर दाल उपलब्ध कराने को तैयार है।
पासवान ने प्रेस कांफ्रेंस में एक सवाल पर कहा कि दाल के दाम बढऩे के कई कारण हैं। पहला, पिछले 2 साल के दौरान कम बारिश के कारण फसलें खराब हुईं। दूसरा, दाल का आयात कम किया गया। उन्होंने कहा कि पिछले साल जहां देश में दाल का कुल उत्पादन 171 लाख टन हुआ था, वहीं मांग 226 लाख टन थी। इस बार यह खपत 236 लाख टन होने का अनुमान है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दाल का आयात करने वाले निजी आयातकों ने पिछली बार जरूरत से कम आयात किया, जिसकी वजह से दाल आम लोगों की थाली तक मुश्किल से पहुंची। फिर भी, सरकार ने दाल की कमी से निपटने के लिए ‘बफर स्टॉक’ बनाया है और कई अन्य रास्ते भी अपनाये जा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि राज्य सरकारें जितनी चाहें, केंद्र सरकार उन्हें उतनी दाल उपलब्ध कराने को तैयार है। राज्यों से आग्रह है कि वे दाल को 120 रुपए प्रति किलोग्राम के दाम पर बेचने की पुख्ता व्यवस्था करें। इससे जनता को राहत मिलेगी।
पासवान ने भूख के कारण होने वाली मौतों पर दुख जाहिर करते हुए कहा कि जन वितरण प्रणाली में अभी भ्रष्टाचार व्याप्त है। उन्होंने बांदा में हाल में एक गरीब किसान की कथित रूप से भूख के कारण हुई मौत का जिक्र करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने अपनी तरफ से अनाज की कोई कमी नहीं रखी है। एेसे में भूख से मौत की खबरें चिंताजनक हैं।