Edited By Anil dev,Updated: 13 Jun, 2019 10:53 AM
3 साल पहले जहां योग गुरु बाबा रामदेव पतंजलि की ग्रोथ को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रहे थे। लोग भी पतंजलि के प्रोडक्ट्स को हाथों-हाथ ले रहे थे। भारत में बने नारियल तेल और आयुर्वैदिक औषधियों जैसे उनके भारत निर्मित उत्पाद विदेशी कम्पनियों के लिए बड़ी...
नई दिल्ली: 3 साल पहले जहां योग गुरु बाबा रामदेव पतंजलि की ग्रोथ को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रहे थे। लोग भी पतंजलि के प्रोडक्ट्स को हाथों-हाथ ले रहे थे। भारत में बने नारियल तेल और आयुर्वैदिक औषधियों जैसे उनके भारत निर्मित उत्पाद विदेशी कम्पनियों के लिए बड़ी चुनौती के रूप में सामने आए थे। हालांकि एक रिपोर्ट ने बाबा रामदेव को झटका देते हुए कम्पनी की बिक्री में 10 प्रतिशत की कमी दर्ज की है।
20,000 करोड़ का टर्नओवर हासिल करने का था लक्ष्य
वर्ष 2017 में रामदेव ने दावा किया था कि उनकी कम्पनी के टर्नओवर के आंकड़े मल्टीनैशनल कम्पनियों को कपालभाती करने को मजबूर कर देंगे। कपालभाती को एक मुश्किल योग माना जाता है। पतंजलि की बिक्री से उत्साहित रामदेव ने दावा किया था कि मार्च 2018 में समाप्त वित्त वर्ष के दौरान पतंजलि की बिक्री लगभग दोगुनी से ज्यादा होकर 20,000 करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगी। कम्पनी की सालाना फाइनैंशियल रिपोर्ट के मुताबिक दावों के विपरीत पतंजलि की बिक्री 10 प्रतिशत घटकर 8100 करोड़ रुपए रह गई है।