Edited By jyoti choudhary,Updated: 08 Jul, 2020 06:26 PM
जब रूचि सोया का पतंजलि ने अधिग्रहण किया था तो इसके शेयर का भाव काफी कम था। शेयर के परफॉर्मेंस पर ध्यान दें तो एनएसई पर 20 जनवरी 2020 को इसके शेयर का भाव मात्र 16.20 रुपए था। छह महीने के भीतर 26 जून को इसके शेयर का भाव 1519 रुपए पर
नई दिल्लीः जब रूचि सोया का पतंजलि ने अधिग्रहण किया था तो इसके शेयर का भाव काफी कम था। शेयर के परफॉर्मेंस पर ध्यान दें तो एनएसई पर 20 जनवरी 2020 को इसके शेयर का भाव मात्र 16.20 रुपए था। छह महीने के भीतर 26 जून को इसके शेयर का भाव 1519 रुपए पर पहुंच गया तो अब तक का उच्चतम स्तर है। इस लिहाज से शेयर में छह महीने में 9400 फीसदी की तेजी आई। बीएसई पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, 24 जुलाई 2019 को इसके शेयर का भाव 3.28 रुपए पर पहुंच गया था। 29 जून को इसके शेयर का भाव 1535 रुपए पर पहुंच गया जो अब तक का उच्चतम स्तर है।
29 जून से शेयर में गिरावट की शुरुआत
29 जून से इसके शेयर में गिरावट की शुरुआत हुई। NSE पर 26 जून को इसके शेयर का भाव 1519 रुपए था। पिछले आठ कारोबारी सत्र में इसके शेयर का भाव 511 रुपया गिरकर 1000 के करीब पहुंच गया। रोजाना इसका शेयर लोअर सर्किट पर बंद हो रहा है। पिछले दो सप्ताह (आठ कारोबारी सत्र) में इसके शेयर के रेट में 30 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है।
शेयर होल्डिंग पैटर्न
वर्तमान में रूचि सोया का कुल 29.6 करोड़ शेयर है। पब्लिक में इसका केवल 0.97 फीसदी शेयर है और बाकी 99.03 फीसदी शेयर प्रोमोटर के पास है। मतलब प्रोमोटर के पास कुल 28.6 करोड़ शेयर है। रुचि सोया में पतंजलि आयुर्वेद का शेयर 48.20 फीसदी, दिव्य योग मंदिर का शेयर 20.30 फीसदी, पतंजलि परिवहन का शयेर 16.90 फीसदी और पतंजलि ग्रोमोद्योग का शेयर 13.50 फीसदी है।