Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Aug, 2017 01:29 PM
रिजर्व बैंक ने सरकार को करारा झटका दिया है। रिजर्व बैंक ने सरकार को जून 2017 को समाप्त...
नई दिल्लीः रिजर्व बैंक ने सरकार को करारा झटका दिया है। रिजर्व बैंक ने सरकार को जून 2017 को समाप्त वित्त वर्ष में 30,659 करोड़ रुपए का लाभांश देने की घोषणा की है जो पिछले साल के मुकाबले करीब आधा है। विश्लेषकों के अनुसार नोटंबदी के कारण नए नोटों की छपाई समेत अन्य कारणों से लाभांश में कमी आई है। पिछले वित्त वर्ष में रिजर्व बैंक ने सरकार को लाभांश के रूप में 65,876 करोड़ रुपए दिया था।
केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा, ‘‘रिजर्व बैंक के केंद्रीय निदेशक मंडल ने बैठक में 30 जून 2017 को समाप्त वित्त वर्ष के लिए अधिशेष राशि 306.59 अरब रुपए (30,659 करोड़ रुपए) भारत सरकार को स्थानांतरित करने का फैसला किया है।’’ हालांकि शीर्ष बैंक ने कम लाभांश दिए जाने के बारे में कुछ नहीं बताया।
राजस्व पर पड़ रहा असर
बजटीय अनुमान के अनुसार सरकार ने रिजर्व बैंक से 2017-18 में 58,000 करोड़ रुपए के लाभांश मिलने का अनुमान रखा था। सरकार ने चालू वित्त वर्ष में रिजर्व बैंक, सरकारी बैंकों तथा वित्तीय संस्थानों से 74,901.25 करोड़ रुपए के लाभांश का अनुमान रखा था। इसके पीछे के कारणों को बताते हुए रिजर्व बैंक के पूर्व डिप्टी गवर्नर आर गांधी ने कहा कि पिछले कुछ साल से रिटर्न कम हो रहा है जिसका कारण विकसित देशों में नकारात्मक ब्याज दरें हैं। बैंकों में नकदी बढ़ने के कारण रिर्जव बैंक रिवर्स रेपो पर धन उधार लेता रहा है और ब्याज दे रहा है। इससे उसके राजस्व पर असर पड़ा।