Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jul, 2017 06:12 PM
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 2 अगस्त को होने वाली मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो दर को 0.25 प्रतिशत घटाने की उम्मीद है।
नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 2 अगस्त को होने वाली मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो दर को 0.25 प्रतिशत घटाने की उम्मीद है। वैश्विक आधार पर वित्तीय सेवाएं देने वाली एच.एस.बी.सी. की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके पीछे अहम कारण मुद्रास्फीति का 4 प्रतिशत के नए सामान्य स्तर पर आना है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में मुद्रास्फीति में नाटकीय रूप से कमी आई है। चालू वित्त वर्ष में महंगाई का यह निम्नतम स्तर न तो सतत रह सकता है और न ही इसके फिर से तेजी से बढऩे की उम्मीद है इसलिए नीतिगत दरों में कटौती संभव है क्योंकि देश की मुद्रास्फीति का विश्व के साथ अंतर सामान्य है। मुद्रास्फीति के नरम बने रहने की उम्मीद है और साथ ही खाद्यान्न की कीमतें भी घट रही हैं।