Edited By jyoti choudhary,Updated: 24 Dec, 2021 03:20 PM
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के डिप्टी गवर्नर माइकल डी पात्रा ने शुक्रवार को कहा कि देश की मौद्रिक नीति वित्तीय आधार पर समावेशी रूप से तैयार की गई है। पात्रा ने भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम, अहमदाबाद) में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि आरबीआई के...
मुंबईः भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के डिप्टी गवर्नर माइकल डी पात्रा ने शुक्रवार को कहा कि देश की मौद्रिक नीति वित्तीय आधार पर समावेशी रूप से तैयार की गई है। पात्रा ने भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम, अहमदाबाद) में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि आरबीआई के वित्तीय समावेशन सूचकांक का स्तर मार्च 2019 के 49.9 से बढ़कर मार्च 2020 में 53.1 हो गया है। वही मार्च 2021 में यह और बढ़कर 53.9 पर पहुंच गया।
उन्होंने कहा, ‘‘वित्तीय समावेश में वृद्धि के प्रमाण अभी आकार ले रहे हैं और इसके विश्लेषण से मजबूत निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी हो सकती है। हालांकि भारत की मौद्रिक नीति वित्तीय रूप से समावेशी है और भविष्य में इस रणनीति के लाभ मिलेंगे।''