Edited By jyoti choudhary,Updated: 08 Oct, 2021 10:36 AM
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की 3 दिवसीय बैठक खत्म हो गई है। RBI ने रेपो रेट 4% पर और रिवर्स रेपो रेट 3.35% पर बरकरार रखा है। यह लगातार 9वीं बार है जब दरों को जस का तस रखा गया है। इससे पहले मई 2020 में रेपो रेट को घटाया गया...
बिजनेस डेस्कः भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में रेपो रेट में कोई भी बदलाव नहीं करने का फैसला लिया है। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि रेपो रेट 4% और रिवर्स रेपो रेट 3.35% पर बरकरार रहेगी। दास ने कहा कि अभी कोरोना का खतरा टला नहीं है। MPC की उम्मीदों के अनुसार इकोनॉमी आगे बढ़ रही है। वैक्सीनेशन से इकोनॉमी में सुधार आ रहा है।
शुक्रवार को तीन दिवसीय बैठक के बाद आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, ‘आरबीआई ने रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। रेपो रेट 4% और रिवर्स रेपो रेट 3.35% की दर पर कायम है।’
6 सदस्यों वाली मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी (MPC) की तीन दिनों की बैठक 6 अक्टूबर को शुरू हुई थी। RBI गवर्नर आज 12 बजे मीडिया को संबोधित करेंगे। RBI का फोकस लगातार महंगाई दर कम करने और इकोनॉमिक ग्रोथ की रिकवरी पर है।
इकोनॉमी में तेजी से हो रहा सुधार
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि रिजर्व बैंक लगातर ये कोशिश करेगा कि महंगाई दर टारगेट के भीतर रहे। उन्होंने कहा कि MPC के सभी 6 सदस्यों ने सहमति से पॉलिसी रेट में बदलाव ना करने का फैसला किया है। दास ने कहा कि इकोनॉमी मे तेजी से सुधार के संकेत मिल रहे हैं लेकिन कोर इनफ्लेशन अब भी चुनौती बना हुआ है। जुलाई-सितंबर में खुदरा महंगाई दर अनुमान से कम था।
GDP की ग्रोथ रेट 9.5% पर बरकरार
शक्तिकांत दास ने कहा कि MPC की पिछली बैठक के मुकाबले इस बार भारत की स्थिति ज्यादा बेहतर है। ग्रोथ मजबूत हो रही है और महंगाई दर पर उम्मीद से बेहतर स्थिति में है। मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी ने फिस्कल ईयर 2021 के लिए GDP की ग्रोथ रेट 9.5% पर बरकरार रखा है।
खास बातें:
- आरबीआई ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। यह चार फीसदी पर बरकरार है। यानी ग्राहकों को ईएमआई या लोन की ब्याज दरों पर नई राहत नहीं मिली है।
- RBI गर्वनर शक्तिकांता दास ने कहा कि सभी सदस्य दरें बरकरार रखने के पक्ष में है।
- मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (MSF) रेट भी 4.25 फीसदी पर स्थिर है।
- दास ने आगे कहा कि रिवर्स रेपो रेट को भी 3.35 फीसदी पर स्थिर रखा गया है।
- इसके साथ ही बैंक रेट में भी कोई बदलाव नहीं करने का फैसला लिया गया है। यह 4.25 फीसदी पर है।
- केंद्रीय बैंक ने मौद्रिक रुख को 'उदार' बनाए रखा है।
- भारतीय रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष 2021-22 में देश की वास्तविक जीडीपी में 9.5 फीसदी की तेजी का अनुमान लगाया है।
- इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर 7.9 फीसदी, तीसरी तिमाही में 6.8 फीसदी और चौथी तिमाही में 6.1 फीसदी।
- शक्तिकांत दास ने कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में देश की वास्तविक जीडीपी 17.1 फीसदी रह सकती है।
- मुद्रास्फीति पर दास ने कहा कि, वित्त वर्ष 2021-2022 में सीपीआई मुद्रास्फीति 5.3 फीसदी रह सकती है। पिछली बैठक में 5.7 फीसदी का अनुमान लगाया गया था।
- दूसरी तिमाही में महंगाई दर 5.1 फीसदी रह सकती है, तीसरी तिमाही में 4.5 और चौथी तिमाही में यह 5.8 फीसदी हो सकती है।
- वहीं केंद्रीय बैंक ने कहा कि वित्त वर्ष 2022-2023 की पहली तिमाही में सीपीआई मुद्रास्फीति 5.2 फीसदी रह सकती है।